जलाराम बापा के जयकारे से गुंज उठा शास्त्रीनगर

धनबाद : श्री जलाराम भक्ति मंडल ट्रस्ट ने बुधवार को जलाराम जन्मोत्सव बड़े धूम-धाम से मनाया. प्रातः 8 बजे से शास्त्रीनगर स्थित जलाराम मंदिर में जलाराम बापा की विशेष पूजा आरंभ की गई. जिसमें पियुष वेगड़ ने जलाराम बापा की विशेष पूजा तथा आरती की.

10.30 बजे जलाराम भक्ति महिला मंडल के नेतृत्व में विशाल शोभा यात्रा निकाली गई. जो शास्त्रीनगर से करबला रोड, बैंक मोड़ होते हुए श्री कच्छ गुर्जर क्षत्रिय समाज भवन पहुंची. शोभा यात्रा में शामिल युवतियों ने रास-गरबा किया. साथ ही महिलाओं द्वारा जलाराम बापा के पारंपारिक भजन प्रस्तुत किया गया.

श्री राम जय राम जय जलाराम के जयकारे से वातावरण और भी भक्तिमय हो गया. वहीं शास्त्रीनगर पहुंचकर महिलाओं ने जलाराम बापा की आरती भी की. दोपहर 12 बजे से महाप्रसाद का वितरण किया गया. मेयर चन्द्रशेखर अग्रवाल, पार्षद राकेश राम सहित हजारों श्रद्धालुओं ने जलाराम बापा का आशिर्वाद लिया तथा महाप्रसाद ग्रहण किया. संध्या शास्त्रीनगर स्थित मंदिर में सौंकड़ों महिलाओं ने सामुहिक आरती की गई.

कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री जलाराम भक्ति मंडल ट्रस्ट के अध्यक्ष नितीन भट्ट, जयंतीभाई कोठारी, नरेश चावड़ा, किशोर परमार, हिम्मतलाल धनानी, पियुष वेगड़, भरत ठक्कर, किशोर चौहान, अशोक रमानी, लक्ष्मीबेन ठक्कर, शोभनाबेन ठक्कर, लक्ष्मीकांत चावड़ा, कोतन दोशी, मनोज व्यास, विकास ठक्कर, दीपेश धनानी, राजु रावल, कमलेश त्रिवेदी, शैलेश पण्डया सहित सभी का सराहनीय योगदान रहा.

जलाराम बापा का जनम 1799 में गुजरात के राजकोट जिला के विरपुर में हुआ था. बचपन से ही जलाराम बापा भगवान राम के भक्त थे. गृहस्थ जिवन तथा अपने पिता का व्यवसाय को छोड़कर वे साधु-संतों कीसेवा में ज्यादा समय व्यतित करते थे. 18 वर्ष की आयु जलाराम बापा फतेहपुर के भोजा भगत के शिष्य बन गए और दिन-रात भगवान राम का नाम जपने लगे.

कुछ ही दिनों में उनकी भक्ती की चर्चा चारों ओर होने लगी. हिन्दु-मुस्लिम सभी जलाराम बापा के भक्त बन गए. जलाराम बापा ने अपने पूरे जिवनकाल में पहले भूखे को रोटी खिलाने के बाद ही स्वयं भोजन ग्रहण किया. वर्तमान में विरपुर में जलाराम बापा का मुख्य मंदिर स्थित है. जलाराम बापा के भक्त भारत सहित विदेश में भी हैं.

Web Title : JALARAM BIRTHDAY CELEBRATED BY JALARAM DEVOTION TRUST BOARD