घाटे में चल रही खदानें बंद होंगी : एन. कुमार

धनबाद : कोयला खदानों की बंदी का मामला यूनियन नेताओं की ओर से उठाए जाने पर भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) सीएमडी एन कुमार ने दो टूक कहा कि मौजूदा समय में घाटे वाली खदानों को चलाना संभव नहीं है.

ऐसी खदानें हरहाल में बंद होंगी. उन्होंने कहा वैसे भी कोयले की मांग कम है. यदि घाटे वाली खदानें चलायी गईं तो कंपनी को नुकसान होगा. कोयला भवन में हुई द्विपक्षीय सुरक्षा समिति (सेफ्टी बोर्ड) की बैठक में उक्त बातें कही. वहीं यूनियन नेताओं ने आउटसोर्सिंग कंपनियों में सुरक्षा प्रावधानों के उल्लंघन का मामला उठाया.

आरोप लगाया कि बीसीसीएल की ज्यादातर खदानों में सुरक्षा संबंधी वैधानिक रिकॉर्ड तक नहीं होता. खदान में जाने के पहले भूमिगत खदान के लिए फॉर्म सी, ओपेनकास्ट के लिए फॉर्म डी एवं सरफेस के लिए फॉर्म ई भरने का प्रावधान है.

यूनियन नेताओं के उठाए मुद्दे पर सीएमडी ने क्षेत्रीय महाप्रबन्धकों तथा सुरक्षा से जुड़े पदाधिकारियों को कहा कि कोयला उत्पादन के साथ-साथ सुरक्षा के नियमों को सख्ती से पालन करें.

सुरक्षा से जुड़े तमाम तरह के उपायों को लागू करने में संसाधनों की कमी नहीं है. आवश्यकता है कि इसे ईमानदारी से लागू किया जाए.

निदेशक (कार्मिक) बी.के. पंडा ने कहा कि सुरक्षा के प्रति कर्मियों एवं उनके परिवार के सदस्यों को जागरूक किया जाना चाहिए ताकि काम करने वाले श्रमिकों एवं उनके परिवारों में किसी भी तरह असुरक्षा की भावना न हो. उन्होंने सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया.

बैठक में सेफ्टी बोर्ड के सदस्यों ने कोलियरी में कार्यरत मजदूरों से जुड़ी समस्यों से बीसीसीएल प्रबंधन को अवगत कराया जिसमें कंपनी एवं आउटसोर्सिंग में कार्यरत मजदूरों को तमाम तरह की सुविधाएं जिसमें सुरक्षा उपकरण, स्वास्थ्य सुविधा एवं अन्य लाभ दिये जाने की मांग की गई.

साथ ही कंपनी के विभिन्न अस्पतालों में कमियों को दूर करने की बात उठाई जिस पर प्रबन्धन त्वरित कार्रवाई करने का आश्वासन मजदूर प्रतिनिधियों को दिया.

 

Web Title : MINES WILL CLOSE WHICH MAKING LOSS