दिल्ली में बिकने से बचा निरसा का रोहित, फुफेरी बहन थी बेचने के फ़िराक में

निरसा : नूतनडीह का रहने वाला दस साल का रोहित चौहान अपने साहस और दिलेरी के कारन दिल्ली में बिकने से बच गया. उसकी फुफेरी बहन उसे धनबाद से दिल्ली कालका मेल में भीख मंगवाती दिल्ली तक ले गयी थी लेकिन जैसे ही दिल्ली में ट्रेन रुकी रोहित चिल्लाने रोने लगा

उसकी आवाज सुनकर रेल पुलिस और टीटी मौके पर पंहुचे और उससे पूछताछ की. पता चला की गौरी नाम की औरत उसे बेचने की नियत से दिल्ली लेकर आई है इसके बाद उन्होंने गौरी को सख्त हिदायत देकर रोहित को सही सलामत घर भिजवाया.

छह दिन बाद नूतनडीह निवासी माता-पिता अपने पुत्र को देख फूले नहीं समा रहे थे. रोहित ने बताया कि मध्य विद्यालय मुगमा बस्ती में कक्षा चार का छात्र है.

झरिया घनुडीह की रहनेवाली उसकी फुफेरी बहन गौरी 19 जनवरी को नूतनडीह आई थी. स्कूल से छुट्टी होने पर वह मित्र लखीराम हांसदा के साथ घर लौट रहा था. रास्ते में बहन ने दोनों को अपनी ससुराल चलने को कहा.

लखीराम ने जाने से इंकार कर दिया. गौरी उसे अपने साथ लेकर धनबाद रेलवे स्टेशन पहुंची कहा कि बस छूट गयी है अब ट्रेन से घर जाएंगे. और रात में उसे कालका मेल में लेकर बैठ गई. हालाकि धनबाद आने के बाद गौरी मौके से भाग निकली थी

Web Title : ROHIT NIRSA AVOIDED SOLD IN DELHI WAS SISTER TO SELL