धनबाद : 75 वर्ष की एक वृद्ध महिला गुरुवार को खुद तो दुनिया छोड़ कर चली गई लेकिन दो लोगों को रोशनी दे गयी.
दुनिया छोड़ने से पहले उस वृद्धा ने अपने पुत्रों से नेत्रदान की इच्छा व्यक्त की, जिसे पुत्र ने पूरा किया.
स्वर्गीय जया राय शहर के कार्मिक नगर के मोती नगर स्थित आस्था अपार्टमेंट में रहती थी.
जया के पति निमाई चंद्र राय एफसीआइ के सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं.
पिछले दो दिनो से उनकी तबीयत खराब थी. उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी.
मौत को सामने देख वह अपने बेटे से नेत्रदान करने की आखिरी इच्छा जाहिर की.
पहले भी वह बेटे के सामने नेत्रदान की इच्छा प्रकट की थी.
गुरुवार दोपहर अचानक तबियत बिगड़ने पर परिजन उन्हें लेकर कार्मिक नगर स्थित जिम्स अस्पताल लेकर गए, जहां उनकी मौत हो गई.
परिजनों ने तुरंत इसकी जानकारी रोटरी क्लब के सदस्यों को देते हुए उनकी आखिरी इच्छा पूरी करने की गुजारिश की.
पीएमसीएच के नेत्र बैंक के अधिकारियों ने आनन—फानन में उनका आंख प्रत्यारोपण के लिए सुरक्षित रख लिया.
नेत्र रोग विभाग के सहायक प्रध्यापक डा. रजनीकांत सिन्हा ने बताया कि दोनों आंख को सुरक्षित रख लिया गया है.
जया की आंख का प्रत्यारोपण महुदा निवासी विलास कुमार व कतरास बाजार के रहने वाले मोहम्मद इकबाल में किया जाएगा.
दोनों व्यक्ति की एक आंख खराब हो चुका है.
प्रत्यारोपण से पहले दोनों की आंखों का जांच किया जाएगा.
आंख खराब रहने से दोनों देख नहीं पा रहे हैं.
आंख का प्रत्यारोपण होने के बाद वह देख पाएंगे.