विस्थापितों ने एम.पी.एल ऑफिस का किया घेराव

निरसा : विस्थापितों को दिए गए समय पर वार्ता नहीं करने से एम.पी.एल विस्थापित एवं स्थानीय समिति के बैनर तले विस्थापितों ने मंगलवार को एम.पी.एल के साइड ऑफिस का घेराव कर प्रदर्शन किया. 

एम.पी.एल प्रबंधन को अल्टीमेटम देते हुए कहा की, 15 दिनों के अन्दर प्रबंधन वार्ता कर हमारी मांगे नहीं मानती है तो एम.पी.एल का उत्पादन ठप कर दिया जायेगा.

विस्थापितों को संबोधित करते हुए समिति के अध्यक्ष अशोक मंडल ने कहा की,पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार को एम.पी.एल प्रबंधन के साथ विस्थापितों की मांगो को लेकर वार्ता होना था.

परन्तु एम.पी.एल के सी.ई.ओ निरसा से बाहर रहने की जानकारी देते हुए उक्त वार्ता को टाल दिया गया. जबकि सी.ई.ओ सोमवार को आयोजित फुटबॉल मैच में पुरस्कार दे रहे थे.

जिस विस्थापितों ने एम.पी.एल को खड़ा कर उसमे उत्पादन शुरू करवाया. उसी विस्थापितों को प्रबंधन नजरअंदाज कर रही है. और तो और अग्निशमन का प्रशिक्षण प्राप्त तीन युवकों को स्थान नहीं होने की बात कहकर नियोजन नहीं दिया गया.

जबकि दुसरे राज्य के दो अग्निशमन प्रशिक्षण प्राप्त दो युवकों को अग्निशमन विभाग में काम में रखा गया. बाड़ीडीह स्थित तालाब में जहरीला पानी जाने का विरोध करने पर उस गांव के मैकनेली भारत में कार्यरत गणपति टुडू को कारण बताओ नोटिस थमा दिया गया.

दवा नहीं रहने पर सही बात ग्रामीणों को बताने के कारण मोबाइल मेडिकल यूनिट के चिकित्सक बी.बी.सिंह को कार्य से बैठा दिया गया. इससे साफ़ पता चलता है की प्रबंधन यहाँ अपनी मनमानी पर उतारू हो चुकी है.

लेकिन जो विस्थापित प्लांट लगाने में मदद कर सकते है वे इसे बंद भी करवा सकते है.
उक्त अवसर पर समिति के महामंत्री रामरंजन मिश्रा ने कहा की,सी.एस.आर प्रमुख मृतुन्जय राय विस्थापितों व स्थानीय लोगों को स्वरोजगार प्रशिक्षण दिलवाने के नाम पर पैसे का बंदरवांट कर रहे है.

कोल-मिल रिजेक्ट मजदूरों को काम पर नहीं रखा जा रहा है. सी.एस.आर के नाम पर कुछ भी नहीं हो रहा है. मौके पर कामख्या चौधरी, सत्यनारायण तिवारी, मनोहर मंडल, नगेन मरांडी सहित सैकड़ो विस्थापित मौजूद थे.

Web Title : THE DISPLACED SIEGE THE OFFICE OF MPL