शास्त्रीय संगीत प्रतियोगिता का समापन, 35 प्रतिभागियों को मिला पुरस्कार

धनबाद : सिम्फर स्टाफ क्लब और स्वर संगम के संयुक्त प्रयास से गायन, वादन, तबला और नृत्य चार प्रतिस्पर्धा, दो दिवसीय शास्त्रीय संगीत प्रतियोगिता का समापन रविवार को पुरस्कार वितरण से हुआ. प्रतियोगिता में नृत्य संगीत का जादू बिखरने वाले चयनित प्रतिभागियों को आयोजको की ओर से मेमोंटो एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. सिम्फर के प्रशासनिक अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि लुप्त होती शास्त्रीय संगीत के वजूद को बचाये रखने के उद्धेश्य से यह प्रतियोगिता करायी गयी.

 

फ्रांसीसी नर्तकी ने बिखेरी अदभुत छटा

शास्त्रीय नृत्य संगीत को देश में और ज्यादा बढ़ावा देने की जरूरत है. अलग -अलग शहरो में इसकी अलग -अलग पहचान है. शास्त्रीय संगीत भारतीय संस्कृति को जोड़ता है. यह बातें प्रसिद्ध नृत्यांगना फ्रांस की फन्नी मार्केन उर्फ मीरा ने कही. रविवार को शास्त्रीय संगीत प्रतियोगिता के समापन में उन्होने नृत्य की अदभुत छटा बिखेरी.वर्ष 2000 से शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में कदम रखने वाली फन्नी मार्केन उर्फ मीरा आज की तिथि में एक निपून नर्तकी है. बनारस में रहकर इन्होने शास्त्रीय संगीत को अपनाया अपने अन्दर छीपी कला को देश दुनिया के बीच लेकर आई.

मीरा अबतक बनारस के अलावे लखनउ, कोलकाता, युपी और अब धनबाद में अपनी कला का बेहतरीन अदाकारी पेश कर चुकी है.

इन्हे मिला पुरस्कार

वोकल के ग्रुप ए में प्रथम पुरस्कार अद्रयामिंद, दुसरा स्थान वैष्णवी प्रिया, तिसरा स्थान अस्मित कौर को मिला. ग्रुप बी में अंगीता मंडल, तृणाक्षी मंडल और कल्पना सरकार को तिसरा स्थान मिला. ग्रप सी में वल्लवी दास, मोमिया, स्नेहा जैन को तिसरा स्थान मिला. ग्रुप डी में प्रशांत, सुभ्राचन्द्रा, पुजा कुमारी को तिसरा स्थान मिला.

Web Title : TWO DAYS CLASSICAL MUSIC COMPETITION WINDING UP