सांसद मद के पेयजलापूर्ति योजना में भारी गड़बड़ी, ठेकेदार ने कहा बाबूजी का खेत बेचकर करेंगे अच्छा काम ?

धनबाद : धनबाद जिला के तोपचांची प्रखंड अंतर्गत ढांगी पंचायत के लेवाटांड़ गांव में 3 लाख 54 हजार की लागत की एक पेयजलापूर्ति योजना को सांसद रवीन्द्र पाण्डेय की अनुशंसा पर मंजूरी मिली.

लेकिन अमनो ठेकेदार ने जैसे तैसे थूक पॉलिस कर काम को पूरा कर दिया. उक्त बोरिंग से सिर्फ एक दिन गांववालों को पानी मिला. चार दिनों से सबर सिबल पम्प ख़राब पड़ा है और तो और कल 27 तारीख को इसके उद्घाटन का मुहूर्त भी तय कर दिया गया है.

ठेकेदार फोन नहीं उठा रहा है. लाख मांगने पर प्राक्कलन की कॉपी नहीं दी जा रही है. क्रॉम्पटन की जगह क्रिलोस्कर का मोटर, ISI मार्का की जगह घटिया पाइप बिछाया गया, 4 एम्पियर क्षमता की कॉपर तार की जगह 2.5 एम्पियर का एल्युमिनियम तार लगाया गया है.

रनिंग पाइप लाइन की ढलाई भी नहीं की गयी है. बिजली से संबंधित जो अन्य सामान लगाये गए हैं वो पहले दिन से ही धुंआ मार रहा है. पानी टंकी की तो बात ही निराली है. जो एक कमरे का निर्माण हुआ है वह भी स्तरहीन ही है.

डीप बोरिंग में 50 हजार,मोटर 25 हजार,कमरा 20 हजार, टंकी 10 हजार, पाइप 30 हजार, बिजली तार 10 हजार,लेबर चार्ज 20 हजार, स्टेबलाइजर 10 हजार, कुल 1 लाख 75 हजार खर्च आया होगा. क्या लूट है? जबकि प्राक्कलित राशि है तीन लाख 54 हजार

ग्रामीणों का दावा है कि अगर निजी स्तर पर यही काम कोई अपने घर के वास्ते करायेगा तो इसमें बमुश्किल डेढ़ लाख खर्च आएगा. यह एक जाँच का विषय है कि किस किस की मिलीभगत से ऐसा फर्जी प्राक्कलन तैयार किया जाता है.

बहरहाल योजना की असलियत जानने के लिए RTI की तैयारी चल रही है. ठेकेदार उस एजेंसी का नाम तक नहीं बता रहा है जिसके माध्यम से काम का क्रियान्वयन हो रहा है.

ठेकेदार से जब गांव वालों ने कहा था कि काम जरा ढंग से करियेगा तो उसने कहा "बाबू जी का खेत बेचकर अच्छा काम कर देंगे, ठेकेदारी का काम ठेकेदारी जैसा ही होगा. पारदर्शिता का अनोखा नमूना है यह योजना. गांववाले कल DDC से मिलेंगे और फिर मामला मुख्यमंत्री जनसंवाद में उठाया जायेगा.

Web Title : DISTURBANCE IN THE MP WATER SUPPLY SCHEME THE CONTRACTOR SAID WILL SELL THE FARM OF BABUJI FARM GOOD WORK?