विस्थापितों के नियोजन को लेकर त्रिपक्षीय वार्ता

धनबाद : ढाई महीने से निरसा एमपीएल के विस्थापित नियोजन की मांग को लेकर आन्दोलनरत है. लगातार धरना प्रदर्शन का दौर जारी है. आज विस्थापितों के सवाल पर उपायुक्त कृपानंद झा ने समाहरणालय में त्रिपक्षीय वार्ता बुलाई.

बैठक में विस्थापितों की सुची तैयार कर उन्हे नौकरी पर रखने या फीर जो एक मुस्त नियोजन के एवज में रकम चाहते है उन्हे देने पर कम्पनी की ओर से सहमति बनी जिसमें विस्थापितों के अलावे स्थानीय जनप्रतिनिध्ययों ने भी सहमति दर्ज की.

बैठक में कम्पनी की ओर से सीईओ के. चन्द्र शेखर, स्थानीय विधायक अरूप चटर्जी, पुर्व विधायक सह बीजेपी नेत्री अर्पणा सेन गुप्ता, जेएमएम नेता अशोक मण्डल के अलावे विस्थापित उपस्थित हुए. नियोजन के सवाल पर बैठक लम्बी चली एवं सभी पहलुओं पर चर्चा की गई.

इस बाबत कम्पनी सभी बचें 500 विस्थापितो को छः माह के भीतर कम्पनी में नौकरी या फीर एक मुस्त 5 लाख की राशि देने पर अपनी सहमति दर्ज कराई. कम्पनी के साईओ ने बताया कि अभी वर्तमान में कई बाहरी लोग काम पर है और विस्थापितो की सुची तैयार करने के बाद बाहरी लोगो को हटाकर स्थानीय लोगो को नियोजन दिया जायेगा.

जिसकी प्रक्रिया अगले माह से शुरू कर दी जायेगी. उन्होने कहा कि पहले फेज में 30 लोगो की सुची बनेगी और फिर इस तरह से हर माह 50 -50 लोगो को नियेजन प्रक्रिया से जोड़ दिया जायेगा. इधर अरूप चटर्जी ने कहां ढाई माह से विस्थापित आन्दोलनरत है और आज की बैठक सकारात्मक रही आपस में बातचीत कर धरने पर बैठे लोगों से आन्दोलन वापस लेने का आग्रह किया जायेगा.

वही दुसरी ओर बीजेपी नेत्री अर्पणा सेन ने कहा कि कम्पनी लगातार विस्थापितो के साथ विश्वासघात करते आई है और इस बार की बैठक के बाद भी अपने वायदे पर अगर कायम नही रहती है तो निश्चित ही आगे और वृहत आन्दोलन किया जायेगा.

Web Title : TRIPARTITE TALKS FOR EMPLOYMENT OF MIGRANTS