धोखेबाज नपा कर्मचारी गिरफ्तार, सीएमओ फरार
By Anonymous
in City, Crime on Sunday, August 24, 2014
बालाघाट : नगरपालिका के दैवेभो कर्मी से नियमितिकरण के नाम पर धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार करने के मामले में कोतवाली पुलिस ने प्रहलाद रानाडे पिता धरमचंद रानाडे, झनकलाल पारधी पिता तेजलाल पारधी सहित दो महिलाओं को 24 अगस्त को गिरफ्तार किया है. जबकि पांचवा आरोपी नपा सीएमओ डी.एस. परिहार फरार है. गिरफ्तार सभी कर्मी नगरपालिका बालाघाट के स्थापना शाखा के कर्मचारी है. जिन पर दैवेभो से नियमितिकरण के नाम पर 10-10 हजार रूपये लेने का आरोप है.
कोतवाली पुलिस ने इन सभी के खिलाफ धारा 420, 120 बी, 34, और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत 13 (1) डी 13 (2) का मामला दर्ज किया गया है. गिरफ्तार सभी नपा कर्मियों को शाम न्यायालय में पेश किया गया. जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है. कोतवाली थाना प्रभारी रवि भदौरिया ने बताया कि नियमितिकरण के नाम पर सीएमओ डी.एस. परिहार सहित सभी कर्मियों द्वारा दैवेभो कर्मचारियों से 10-10 हजार रूपये लेने की शिकायत भारतीय मजदूर संघ पदाधिकारी राजेश वर्मा द्वारा की गई थी. जिसमें सभी मजदूरों के शपथ पत्र दिये गये थे. जिसकी जांच में नपा सीएमओ सहित सभी कर्मी के दोषी पाये जाने के बाद मामला दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी की गई. जबकि सीएमओ डी.एस. परिहार फरार हो गये है.जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे है.
मामले को लेकर विपक्षी अब भाजपा शासित नगरपालिका अध्यक्ष पर निशाना साध रहे है. विपक्षियों का कहना है कि इस पूरे मामले में नगरपालिका अध्यक्ष की भूमिका की जांच की जानी चाहिए. उनके अध्यक्षीय कार्यकाल में उनके कार्यालय के दैवेभो कर्मियों के नियमितिकरण के नाम पर रूपये का लेनदेन किया जा रहा था और वे मौन साधे हुए थे. यदि उन्हें इसकी जानकारी थी तो उन्हें स्वयं आगे आकर इसकी शिकायत करना था. विपक्षी पार्टियों के नेताओं का कहना है कि आगामी समय होने वाले नगरीय निकाय चुनाव में इस मुद्दा बनाकर जनता के सामने पार्टी नेताओं की असलियत रखी जायेगी.