बालाघाट : लांजी वनविभाग की टीम की गुप्त सूचना ने चेहरे पर चमक ला दी. वन्यप्राणी तस्कर से संबंधित सूचना पर दक्षिण वनमंडल वनमंडलाधिकारी एवं उप वनमंडलाधिकारी एसडीओ डी.एल.भगत के मार्गदर्षन में परिक्षेत्र अधिकारी बी.आर.वर्मा एवं पष्चिम सामान्य आर.एस.चौहान के नेतृत्व में गठित टीम ने वनोपज जांच नाका में नाकेबंदी कर चेकिंग की तो उसे मोटर साईकिल क्रमांक एम.एच.35 डब्लु 3229 में दो व्यक्तियों को रोका. जिनकी गतिविधि संदिग्ध होने पर पूछताछ की और तलाशी ली तो मोटर सायकिल की डिक्की से नापतौल के किलोबाट सहित एक लाख रूपये नगद राशि मिली.
जिस पर जब उनसे सख्ती से पूछताछ की तो पकड़ाये गये देवाजी वल्द आत्माराम उइके निवासी ग्राम उपरपायली त.अर्जुनी मोरगांव जिला गोदिया महाराष्ट्र और अषोक वल्द चुन्नीलाल मड़ावी निवासी डेन्डुरबोड़ी त.लांजी ने बताया कि वे वन्य प्राणी पेंगोलियन (खौलिया मांजर) की स्केल्स (सिपी) खरीदी ब्रिकी का कार्य करते है और इस कार्य में हमारे और तीन साथी इसी कार्य से लांजी के वनक्षेत्रों में है. इनकी निशानदेही पर वनविभाग की टीम ने इनके तीन आक्ैर साथियों को पकड़कर उनके पास से वन्य प्राणी पेंगोलियन (खौलिया मांजर) की लगभग 2 किलो ग्राम स्केल्स (सिपी) को बरामद किया है. वनविभाग की टीम का मानना है कि पकड़ाये गये आरोपियों के तार महानगर मुंबई से जुड़े है. चूंकि इनके बरामद मोबाईल और इनके बयानों से ऐसा प्रतित होता है कि ये सभी संगठित तस्कर गिरोह के साथ ही है.
पेंगोलियन (खौलिया मांजर) अनुसूची 1 के भाग-आई के 5 ए में विनिर्दिष्ट एवं दुर्लभ वन्यप्राणी है. जिनके खिलाफ वनविभाग ने भारतीय वन्य प्राणी (संरक्षण) अधिनियम 1972 की धारा 2 के 16 (स) एवं 20 धारा 9, 39 (ब), 44 ए (वी), 49 ए, बी, 50 एवं 51 के तहत वन अपराध प्रकरण पंजीबद्ध किया है. उक्त कार्यवाही को अंजाम देने में वनविभाग के आर.के.सोनवाने, दिलीप रामटेके, भास्कर उके, एस.एल. चिचले, धर्मेन्द्र मोहारे, संजय विष्वकर्मा, सुनिल मेरावी, अमरनाथ नन्दा, महेष नन्दा, मनोज नागरे, मनोज मरकाम, भूपेन्द सिरसाम, नसदत सिद्धिकी, मो. मुकीम खान, भूपेन्द्र चौके, सुनिल खोंगल, पंकज भारती, सोनेलाल कावरे, बकरामुण्डी बेरीयल स्टाफ सहित पूर्व एवं पष्चिम लांजी सामन्य परिक्षेत्र का समस्त स्टाफ का सराहनीय योगदान रहा.