कटंगी के वन्यग्रामों में तेंदुए से दहशतजदा ग्रामीण
By Anonymous
in City, News-Politics on Sunday, August 31, 2014
कटंगी : दो दिनो से क्षेत्र के आधा दर्जन से ज्यादा वन्यग्रामों में दहशत का पर्याय बने तेंदुए को बीते शनिवार की रात वनविभाग और डब्ल्युडब्ल्युएफ टीम की संयुक्त कार्यवाही में 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद समतपुरी और बासी के बीच मिरचीटोला के जंगल की ओर खदेड़ दिया गया है बावजूद इसके अभी भी ग्रामीणों में तेंदुए की दहशत बरकरार है. हालांकि तेंदुए की दहशत को लेकर ग्रामीणों का भय दूर करने टीम पूरी रात क्षेत्र में गश्त करते रही.
दो दिनों से तेंदुए ने बासी, देवरी और समतपुरी में बकरियों को अपना शिकार बनाकर ग्रामीणों को दहशतजदा कर दिया. जिसके डर से दो दिनों से ग्रामीण घरों में ही दुबके रहे. वन्यग्रामों में तेंदुए ने अपने मौजूदगी का सबूत 29 अगस्त की सुबह से देवरी में ओमकार मेहतलाल गोवारी के बकरी को निशाना बनाकर दिया. हालांकि वह इस शिकार में असफल रहा किन्तु वही आसपास वह मौजूद रहा. जिसके बाद 30 अगस्त को तेंदुए ने गांव के समीप जंगल में विनोद शंकरलाल की बकरी को निशाना बनकर अपनी भूख मिटाई. जिसके बाद ग्रामीणों में और दहशत पैदा हो गई और किसी तरह उन्होने इसकी सूचना वनविभाग को दी.
ग्रामीणों से जानकारी मिलने के बाद उप वनमंडलाधिकारी एम.एस. श्रीवास्तव के निर्देशन तथा परिक्षेत्र अधिकारी यशपाल मेहरा के मार्गदर्शन में परिक्षेत्र सहायक दीपचंद वासनिक एवं उनके दल के साथ गांव पहुंचे. जहां तेंदुए के द्वारा अनंतराम ज्ञानदास की बकरी के शिकार के बाद यह पक्का हो गया था कि क्षेत्र में तेंदुए मौजूद है. जहां वनविभाग की टीम ने डब्ल्युडब्ल्युएफ की टीम के साथ संयुक्त कार्यवाही कर टीम के साथ मिलकर आतंक का पर्याय बने तेंदुए को गांव के किनारे से बाहर जंगल की ओर भगा दिया. तेंदुए को भगाने की कार्यवाही में वन रक्षक गयाप्रसाद चौधरी, अमोल गौतम, सतीश उइके, धनलाल कंगाली, सुनिल परते, यशवंत गोयल, उपेन्द्र सिंह सेंगर, सुरक्षा श्रमिक हरि, जीवत, विनोद का सराहनीय योगदान रहा.
इनका कहना है
तेदूंए को वन विभाग की टीम ने गांव सीमा से जंगल की ओर भगा दिया है और ग्रामीणो को भयमुक्त बनाने के लिए देर रात तक गश्त की है. अब ग्रामो में स्थिति सामान्य है.
एम एस श्रीवास्तव, उप वनमंडलाधिकारी कटंगी