वारासिवनी : वर्षो से रूकी पदोन्नती को लेकर शिक्षकों ने आगामी 5 सितंबर को मनाये जाने वाले शिक्षक दिवस के बहिष्कार का ऐलान किया है. जिले के शास. शिक्षकोें ने स्थानीय टिहलीबाई शास. माध्यमिक उत्कृष्ट विद्यालय मंे बैठक आहुत की. जहां उपस्थित शिक्षको ने संयुक्त रूप से कर्मचारी संघर्ष मोर्चा शिक्षा विभाग संघ का गठन करके इसके बैनर तले अपनी मांगो को शासन तक अपनी आवाज पहुंचाने का निर्णय लिया है.
जिसमें शिक्षा विभाग के सभी कर्मचारी ,सहायक शिक्षक से लेकर प्राचार्य तक शामिल है. जिनको प्राप्त जानकारी अनुसार आज वर्षो से रूकी पदोन्ती को लेकर स्थानीय टिहली बाई शास. माध्यमिक विद्यालय में जिले के अनेक ब्लॉको से शिक्षकों की बैठक आहुत की गई. बैठक मंे वारासिवनी, खैरलांजी, लालबर्रा एवं बालाघाट के शिक्षक प्रतिनिधियांे ने हिस्सा लिया. बैठक मंे एक ओर जहां बैनर का गठन किया गया वही संघ के सदस्यों को जिम्मेदारी सौंपी गई. जहां सर्वसम्मति से जिला संयोजक के रूप मे एस. डी. पटले एवं सहसंयोजक के रूप में राजेश मिश्रा को दायित्व सौंपा.
नवगठित मोर्चे के मीडिया प्रभारी राकेश वर्मा एवं शलभ सिंह बैस ने बताया कि विगत कई वर्षो से शिक्षा विभाग के कर्मचारी विशेष रूप से सहायक शिक्षक अपनी पदोन्ती की मांग को लेकर संघर्षरत है परन्तु शासन द्वारा इस ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है बल्कि पंचायत ग्रामीण विकास विभाग के समकक्ष शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की पदोन्नती की जा रही है. जिसे शिक्षा विभाग में एक ही पद पर 25-30 वर्षो से कार्यकर रहे कर्मचारियों में रोष व्याप्त है अतः मोर्चे के सभी साथी अपनी पदोन्नती की एक सूत्रीय मांग को लेकर आर-पार की लड़ाई लड़ने का मन बना चुके है इसी तारतम्य में जिला स्तरीय कर्मचारी संघर्ष मोर्चा शिक्षा विभाग का गठन किया गया है.
उन्हांेने आगे बताया कि आगामी 5 सितम्बर शिक्षक दिवस के अवसर पर जिले के सभी शिक्षक एकजुट होकर शिक्षक दिवस का बहिष्कार करेंगे एवं स्थानीय सिविल क्लब ग्राउण्ड में एकत्र होकर प्रदर्शन के पश्चात प्रदेश मंे मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपंेगे. जिसके लिए संघर्ष मोर्चे के सदस्यों ने जिले के सभी शिक्षकों से आव्हान किया है कि 5 सितम्बर शिक्षक दिवस के अवसर पर अपने सम्मान को बचाने के लिए दोपहर 12 बजे सिविल क्लब ग्राउण्ड वारासिवनी में अपनी उपस्थित देकर एकजुटता का परिचय दें. बैठक मे प्रमुख रूप से वी.पी. पाण्डे, मनोज शांडिल्य, सी.पी. भुजाड़े, राकेश वर्मा, शलभ बैस, हेमन्त अमूले, अनिल नेवारे, नारायण सोलंकी, आर.पी. राजुरकर, अरूण तुरकर, हरिशंकर दमाहे, रेवा प्रसाद जतेरे, नन्दकिशोर डांेगरे, नरेन्द्र डोहरे, अश्वेक मेश्राम, विष्णु पटले, एस.डी. पटले ,राजेश मिश्रा, जी.सी. जामुरकर, ए.के. रंगारे, दिनेश बिसेन एवं अन्य शिक्षक उपस्थित थे.