वारासिवनी : देवधर अंतर्राज्यीय लेदर बाल क्रिकेट ट्रॉफी का फायनल मैच वीटीसीए नागपुर बनाम सेंट्रल रेल्वे जबलपुर के बीच खेला गया. जिसमें सेंट्रल रेल्वे जबलपुर ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए नागपुर को 3 ओवर शेष रहते 5 विकेट करारी शिकस्त देकर ट्रॉफी पर अपना कब्जा जमाया. जिसमें विजेता टीम जबलपुर को को पूर्व विधायक प्रदीप जासवाल की ओर से 51 हजार तो उपविजेता को ईगल स्पोंर्टिग के उपाध्यक्ष अरमान खान की ओर से 31 हजार रूपये की नगद राशि से पुरस्कृत किया गया है.

टूर्नामेंट का समापन समारोह बतौर अतिथि न्यायाधीश भु-भास्कर यादव, न्यायाधीश सी.के.बारपेटे, न्यायाधीश ए.आर.भलावी, कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल, नपा अध्यक्ष विवेक पटेल, पूर्व नपाध्यक्ष श्रीमती स्मिता जायसवाल, नपा उपाध्यक्ष श्रीमती दीपलता देशमुख, नंदकिशोर सुराना, श्रीमती मेघा बिसेन के आतिथ्य में किया गया.

देवधर टुर्नामेंट का फायनल मैच वीटीसीए नागपुर एवं सेंट्रल रेल्वे जबलपुर के बीच खेला गया. जिसमें जबलपुर ने टॉस जीतकर क्षेत्ररक्षण का चुनाव करते हुए पहले बल्लेबाजी के लिए नागपुर को आमंत्रित किया. नागपुर की ओर से बल्लेबाजी करने उतरे अगम कोहली और आदित्य गहरवार ने पारी की शुरूआत की अभी टीम का रन बढ़ ही रहे थे कि 11 रनों के निजि स्कोर पर आदित्य के के रूप में नागपुर को पहला झटका लगा. जिसे योगेश की गेंद पर उमाशंकर ने कैच लिया. वही अगम कोहली 35 रनों का निजि स्कोर पर सनी का शिकार बने जो अजय के हाथों केच आउट हुए. तीसरे क्रम पर खेलने आये बल्लेबाज शरद ने 44 बाल पर 7 चौकों एवं 1 छक्के की मदद से 57 रनों की शानदार पारी खेली. नागपुर के अंतिम क्रम के बल्लेबाज विक्रमजीत उर्फ पोलार्ड ने 2 छक्के और एक चौके की मदद से 17 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली. जबलपुर की ओर से गेंदबाजी करते हुए योगेश पटेल ने 5 ओवर में 33 रन देकर 3 विकेट लिये. वही रजीव, सनी एवं अजय ने 2-2 विकेट हासिल किया. इस प्रकार नागपुर की पूरी टीम निर्धारित ओवरों में 175 रनों पर सिमट गई.
नागपुर के दिये गये 176 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी सेंट्रल रेल्वे जबलपुर की ओर से ओपनर बल्लेबाज उमाशंर ने पहली ही बाल पर छक्का जड़कर टीम काके अच्छी शुरूआत दी लेकिन जल्द ही लवेश ने उमाशंकर को बोल्ड कर दिया. इसके बाद भूपेन्द्र ने 6 छक्कों की मदद से शानदार 40 रन बनाये. तो विक्रम जानसारी ने 56 गेंदों पर 10 चौको एवं 3 छक्कों की बदौलत 79 रनों की पारी खेली. जिसे भी लवेश ने कैच आउट करवा दिया. जबलपुर की ओर ब्रजेश ने 29 रनों की शानदार पारी खेलकर अपनी टीम को 21.4 ओवरों मे ही 5 विकेट से जीत दिला दी. नागपुर की ओर से गेंदबाजी में लवेश ने 3.4 ओवरो में 37 रन देकर 3 विकेट लिया तो अगम कोहली एवं कुशल 1-1 विकेट लिये.
देवधर किक्रेट प्रतियोगिता के खिताबी मुकाबले और पुरस्कार वितरण में बतौर अतिथि उपस्थित न्यायाधीश भू भास्कर यादव ने कहा कि वारासिवनी जीवित शहर है. यहां खेल के आयोजन में सभी मिलकर कार्य करते दिखाई देते है. दोनो ही टीम नागपुर और जबलपुर ने समान प्रदर्शन किया है किंतु शायद भाग्य जबलपुर के हिस्से में नजर आया. दोनो टीमो मे जरा सा फासला नजर आया. किसी भी आक्रमण को रोका जा सकता है और किसी भी सुरक्षा को भेदा जा सकता है कि तर्ज पर मैच नजर आया. आयोजको को साधुवाद देते हुये श्री भास्कर ने कहा कि वारासिवनी मे खेल के क्षेत्र मे सक्रियता अधिक नजर आ रही है जो शुभ संकेत है. वहीं विद्वान न्यायाधीश सी.के. बारपेटे और श्री भलावी ने कहा कि गत माह हॉकी और किक्रेट के बाद देवधर का सफल आयोजन निश्चित तौर पर नवोदित खिलाडीयो को अच्छा खेल सिखने मे मददगार साबित होगा. अतिथि पूर्व विधायक प्रदीप जायसवाल ने कहा कि लगातार 22 वर्ष से देवधर क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन अपने नये सोपान की ओर बढ़ रहा है. आज जबलपुर का दिन था और मैदान पर टीम की नही किक्रेट की जीत हुई है. नपा अध्यक्ष विवेक पटेल ने कहा कि नपा के माध्यम से हॉकी और किक्रेट के मैदान को सुरक्षित और संरक्षित किया है. समापन समारोह का सफल संचालन संतोष आडे देवधर के संयोजक के द्वारा प्रभावी अंदाज मे किया गया. आयोजन की सफलता के लिए देवधर टुर्नामेंट के अध्यक्ष अरविंद शुक्ला की महत्वपूर्ण भूमिका रही.

फायनल मैच में विजेता और उपविजेता टीम को पुरस्कृत करने के साथ-साथ आयोजन कमेटी की ओर से व्यक्तिगत पुरूस्कारों में मैन ऑफ द मैच जबलपुर के खिलाड़ी विक्रम जानसारी, बेस्ट विकेट किपर नागपुर के विप्लव, बेस्ट बेस्टमेन नागपुर के लवेश, बेस्ट फिल्डर वारासिवनी के रणवीर, मैन ऑफ द सीरीज के लिए जबलपुर के योगेश पटेल को को व्यक्तिगत पुरस्कार प्रदान किये गये. इसके अलावा खिलाडियों द्वारा छक्के मारने के लिए दर्शकों एवं अतिथियों की ओर से नगद पुरूस्कार भी दिये गये. जिसमें प्रवीण शुक्ला, अरमान खान, मनीष मिश्रा, मनोज लिल्हारे एवं संतोष आडे के अलावा अन्य लोग भी शामिल रहे. एम्पायरिंग के लिए सिकंदर मिश्रा, तरूण मोहरकर, मोहन वर्मा, राजा चौरसिया, मिथुन मिश्रा तो कामेंट्री के लिए शानु सिंघई, अनिल पिपरेवार, पंकज पिपरेवार को भी सम्मानित किया गया.
इस दौरान दीपक आडे, चिंतामन नगपुरे, शैलेन्द्र तिवारी, संदीप मिश्रा, विवेक ऐडे, राजेश परयानी, संजय मिश्रा, सोनू जायसवाल, किशोर सोनी, गोलू सुराना, श्रीमती रीना कॉसल, चॉदनी शर्मा, ऑचल रेवेकर, श्रीमती भारती आडे, लोरी जोशी, सुदीप जैन, रितेश शुक्ला, रिंकु दुबे, बब्बु टैडवार, रोमी मिश्रा सहित हजारों की संख्या में क्रिकेट प्रेमियों से मैदान खचाखच भरा रहा.