सफलता की कहानी बनाने अधिकारी कर रहे लापरवाही
By Anonymous
in City, Administration on Sunday, September 07, 2014
बालाघाट: जिला पंचायत सभा कक्ष में समस्त जनपद पंचायतों के अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी एवं सहायक लेखा अधिकारियों की बैठक आयोजित कर मनरेगा योजना के क्रियान्वयन से संबंधित भारत सरकार की बेबसाईट एवं अन्य तकनीकी पहलुओं पर विस्तार से समीक्षा की गई. बैठक मेें मनरेगा के परियोजना अधिकारी प्रदीप गुहा, मीडिया अधिकारी अरूण कुशराम, लेखा अधिकारी मंसाराम कनासे एवं वरिष्ठ डाटा मैनेजर सतीष सूर्यवंशी द्वारा जनपदवार मनरेगा के क्रियान्वयन से संबंधित विभिन्न बिन्दुओं एवं प्रगति पर समीक्षा की गई.
बैठक में जनपदवार खाता फ्रीजिंग, शून्य मस्टर्स, जारी मस्टर रोल वापसी, मनरेगा साफ्टवेयर में त्रुटिपूर्ण प्रविष्टि निराकरण, डीपीआर फ्रीजिंग, एफटीओ, आडिट, पंच-परमेश्वर योजना अन्तर्गत वर्षवार वित्तीय एवं भौतिक प्रगति, लाईन विभागों की ऑनलाईन प्रगतिरत कार्य, सुदूर ग्राम सम्पर्क एवं खेत सड़क निर्माण की अद्यतन स्थिति के अलावा मनरेगा अंतर्गत पंचायत भवन एवं आंगनबाडी भवन निर्माण के तहत जो किसी कारणवश प्रारंभ नहीं किये जा सके हैं ऐसे कार्यों की निरस्त करने के लिए प्राप्त प्रस्तावों की जनपदवार समीक्षा की गई. मनरेगा क्रियान्वयन में सोशल मीडिया बेबसाईटों का भी उपयोग करने के निर्देश प्राप्त हुए हैं.
मनरेगा अन्तर्गत हितग्राही एवं सामुदायिक मूलक कार्यों की सफलता की कहानियां लेखन कर प्रेषित करने पूर्व में दिये गये निर्देश पर की गई कार्यवाही एवं प्रगति की भी समीक्षा की गई. उल्लेखनीय है कि समस्त जनपद पंचायतों को अनेक बार पत्र जारी कर एवं समीक्षा बैठकों में मौखिक निर्देश देने के बावजूद हितग्राही एवं सामुदायिक मूलक कार्यों की सफलता की कहानियां प्रेषित करने में उदासीनता बरती जा रही है. मनरेगा के परियोजना अधिकारी प्रदीप गुहा ने जनपदवार समीक्षा के दौरान समस्त अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारियों को दो टूक शब्दों में कहा कि यदि दिये गये निर्देश एवं लक्ष्य अनुसार लाभान्वित हितग्राहियों एवं हितग्राहीमूलक कार्यों से सबंधित छायाचित्र व सफलता की कहानियां प्रेषित नहीं की जाती हैं तो संबंधितों के विरूद्व अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी.