पटना : बिहार में नेपाल से आनेवाली नदियों का जल स्तर खतरों के निशान से ऊपर बह रही है. अररिया, मधुबनी, समस्तीपुर समेत 11 जिलों में बाढ़ का पानी पैर पसार रहा है. कमला नदी समेत कई नदियां अपना विकराल रूप धारण कर लिया. वहीं, बाढ़ से अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है.
अररिया जिले में बाढ़ से अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है. डीएम बैधनाथ यादव ने इस घटना जानकारी दी. प्रशासन ने सभी मृतकों के परिजनों को चार लाख मुआवजा देने का ऐलान किया है. वहीं, सीतामढ़ी में 2 और किशनगंज-शिवहर में एक-एक शख्स की मौत की पुष्टी की गई है. चार लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं. बाढ़ के बढ़ते खतरों का सीएम नीतीश कुमार ने रविवार को हवाई सर्वेक्षण किया है.
सीएम नीतीश कुमार ने रविवार को बाढ़ क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया है. उन्होंने हेलीकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित इलाकों को सर्वे किया. इसके साथ ही उन्होंने सर्वे के बाद इलाकों में बाढ़ बचाव कार्य को तेज करने का निर्देश दिया है.
बिहार राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, राज्य के छह जिले बाढ़ से प्रभावित हैं, जहां राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है. राज्य में प्रमुख नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है, जिससे नए क्षेत्रों में बाढ़ के पानी के घुसने की आशंका है. बिहार के साथ नेपाल में भी हुई बारिश के कारण नेपाल से आने वाली नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं.
बिहार जल संसाधन विभाग के प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने रविवार को बताया कि लखनदेई नदी मुजफ्फरपुर के गायघाट, बागमती मुजफ्फरपुर के औराई, कमला बलान और अधवाड़ा नदी दरभंगा में खतरे के निशाना से ऊपर बह रही है.