दो साल से लंबित केस में फरार डॉक्टर नाटकीय ढंग से गिरफ्तार

बिहार : पश्चिमी सिंहभूम जिले के नोवामुंडी में पदस्थापित हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सीपी गुप्ता को दो साल से लंबित महिला थाने में दहेज उत्पीड़न के मानले में फरार चल रहे डॉक्टर सीपी गुप्ता को नाटकीय ढंग से गिरफ्तार किया. महिला थानाध्यक्ष देवेन्द्र चौधरी ने नोवामुंडी थाने पहुंचकर यह कार्रवाई की. यह केस उसकी पहली पत्नी सोनी कुमारी की ओर से 2017 को दर्ज की गई थी. इसमें डॉ. सीपी गुप्ता पर आरोप है कि विभिन्न अवधि में कुल 19 लाख दहेज लेने के बाद भी पत्नी सोनी कुमारी को दहेज के लिए प्रताड़ित करते हुए कई बार मारपीट किया.

हालांकि इस मामले का खुलासा उस समय हुआ जब नोवामुंडी थाने क्षेत्र में दूसरी पत्नी प्रशस्ति श्रीवास्तव से मारपीट की. इसके बाद पुलिस ने डॉक्टर सीपी गुप्ता के इतिहास को खंगालने का प्रयास किया. डॉ. सीपी गुप्ता सोमवार की रात को अपनी दूसरी पत्नी प्रशस्ति श्रीवास्तव की पिटाई करने के बाद उसे कमरे के भीतर बंद कर दिया था. दूसरे दिन नौकरानी आने के बाद कमरे के भीतर डॉक्टर की पत्नी होने के संदेह में आसपास के लोगों को खबर दी.

 फिर आस पड़ोस के लोगों ने कंपनी सिक्युरिटी विभाग को खबर कर दी. इसके बाद सिक्युरिटी गार्ड ने दरवाजा का ताला तोड़कर महिला को जख्मी हालत में अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया. पुलिस बुधवार देर शाम तक पीड़िता का बयान नहीं ले पाई थी, जबकि पीड़िता के पिता बनारस से नोवामुंडी पहुंचकर बेटी का हालचाल जाना.

Web Title : ABSCONDING DOCTOR DRAMATICALLY ARRESTED IN CASE PENDING FOR TWO YEARS

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