लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन में फूट बढ़ रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर बिहार में कई तरह की अटकलें हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत पूर्णिया में 30 जनवरी को होने वाली रैली में सीएम नीतीश शामिल नहीं होंगे. इससे सियासी पारा गर्मा गया है. एक दिन पहले नीतीश ने कर्पूरी जयंती रैली में परिवारवाद पर भी निशाना साधा था. पिछले कुछ दिनों से उनकी आरजेडी और कांग्रेस से सीट शेयरिंग एवं अन्य मुद्दों को लेकर नाराजगी की चर्चा भी तेज है.
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस नेता शकील अहमद खान ने बुधवार शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राहुल गांधी की सभा में शामिल होने का निमंत्रण दिया था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नीतीश के राहुल की सभा में शामिल होने की गुंजाइश बहुत कम है. कांग्रेस नेता विनोद शर्मा ने कहा है कि सीएम का 30 तारीख को पहले से कार्यक्रम तय है. इसलिए उनका उस दिन उनका राहुल गांधी की पूर्णिया रैली में जाना संभव नहीं हो पा रहा है.
दूसरी ओर, जेडीयू के वरिष्ठ नेता एवं वित्त मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि उन्हें नीतीश कुमार के राहुल गांधी की सभा में जाने के कार्यक्रम की अभी तक कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा कांग्रेस पार्टी का कार्यक्रम है. जेडीयू ने पटना में रैली की तो हमारी पार्टी के ही लोग शामिल हुए थे. अब राहुल गांधी रैली कर रहे हैं तो उनकी पार्टी के नेता ही शामिल होंगे. पार्टी के कार्यक्रमों में गठबंधन के सभी दल चले जाएं, यह संभव नहीं होता है.
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बता दें कि राहुल गांधी अभी भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं. उनकी यात्रा 29 जनवरी को किशनगंज से बिहार के सीमांचल क्षेत्र में प्रवेश करेगी. 30 जनवरी को उनकी पूर्णिया में बड़ी जनसभा होने वाली है. इसमें आने के लिए नीतीश कुमार समेत इंडिया गठबंधन के अन्य दलों के नेताओं को भी न्योता दिया गया था.