2024 तक पूरा नहीं हुआ टारगेट, अब कब मिलेगा 31 लाख लोगों को शुद्ध पानी

राज्य के ग्रामीण इलाकों के सभी घरों में व्यक्तिगत घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने में झारखंड की स्थिति काफी खराब है. सबसे खराब स्थिति संथाल परगना के जिलों की है. इनमें चार जिले-साहिबगंज, जामताड़ा, गोड्डा और पाकुड़ हैं. दिसंबर 2024 तक राज्य के सुदूर ग्रामीण इलाकों के 62. 04 लाख घरों तक जल पहुंचाना था, लेकिन आठ फरवरी 2024 तक 30. 84 लाख घरों तक ही जल पहुंच पाया है.

यह कुल लक्ष्य का कुल 49. 72 प्रतिशत है. योजना की बदहाल स्थिति को देख अब अप्रैल 2026 तक का नया लक्ष्य रखा गया है. ग्रामीण इलाकों के घरों तक शुद्ध पेयजल पहुंचे, इसके लिए केंद्र सरकार 15 अगस्त 2019 को जल जीवन मिशन योजना लेकर आयी थी. इस योजना को सभी राज्यों में लागू किया गया था.

हर जिले को दिया गया क्रमवार लक्ष्य शेष बचे 31. 20 लाख घरों तक नल से जल पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने अप्रैल 2026 तक हर जिलों के लिए क्रमवार लक्ष्य तय किया गया है. राष्ट्रीय औसत से अधिक वाले लातेहार जिले सहित पलामू, सिमडेगा, रामगढ़, देवघर, लोहरदगा और सरायकेला-खरसावां में योजना को 2024 तक पूरा करने का नया लक्ष्य तय किया गया है. दिसंबर 2025 तक 15 जिलों और अप्रैल 2026 तक धनबाद और गोड्डा तक योजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.


Web Title : TARGET NOT MET BY 2024, NOW WHEN WILL 31 LAKH PEOPLE GET CLEAN WATER

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