विधानसभा भवन के उद्घाटन में सदन और सदन की गरिमा को ताक पर रखा गया - हेमंत सोरेन 

रांची. झारखंड के नए विधानसभा भवन के उद्घाटन के बाद पूर्व मुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता कर राज्य की रघुवर सरकार पर कई आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि चुनावी लाभ लेने के लिए जल्दबाजी में नए विधानसभा भवन का उद्घाटन कराया गया है. उन्होंने कहा उद्घाटन के दौरान सदन और सदन की गरिमा को ताक पर रख दिया गया. राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, संसदीय कार्य मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा, विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव, रांची की मेयर आशा लकड़ा को नजरअंदाज किया गया. हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य के प्रशासनिक पदाधिकारी भाजपा के कार्यकर्ता बनकर रह गए हैं.

उन्होंने राज्य के पदाधिकारियों को सचेत करते हुए कहा कि वह ऐसा कोई काम ना करें जिससे उनका कैरियर समाप्त हो जाए. हेमंत ने किसान मानधन योजना और बेरोजगारी पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि किसानों को 18 साल की उम्र से ही 200 रुपए देना होगा. उन्होंने कहा कि जब किसानों को 60 साल के बाद तीन हजार रुपए की क्या कीमत होगी. उन्होंने दुकानदारों को दिए जाने वाले पेंशन पर भी सवाल उठाया. गठबंधन के सवाल पर कहा कि वह अभी संघर्ष और न्याय यात्रा में निकले हुए हैं. इसके समाप्त होने के बाद वह गठबंधन के मामले पर बातचीत करेंगे.

हेमंत सोरेन ने कहा कि वह फर्जी तरीके से प्रमाणपत्र लेकर विधानसभा भवन का उद्घाटन कराने और भवन तैयार होने का वह हिस्सा बनना नहीं चाहते थे इस कारण वे विधानसभा के विशेष सत्र में नहीं जा रहे हैं. उन्होंने स्वीकार किया कि आज के सत्र को लेकर ना तो संसदीय कार्य मंत्री और ना ही विधानसभा अध्यक्ष से उनसे कोई बातचीत हुई है और न कोई निमंत्रण मिला है.

Web Title : THE HOUSE AND THE DIGNITY OF THE HOUSE WERE KEPT UNDER THE WATCH OF THE HOUSE AT THE INAUGURATION OF THE ASSEMBLY HOUSE HEMANT SOREN

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