बरेली में सीए पति की गोली मारकर हत्या करने वाली आरोपी पत्नी पूनम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में पुलिस को बताया कि 20 साल से यातनाएं झेल रही थी. झगड़े के कारण ही भुता के मिर्जापुर से बरेली आकर रह रहे थे. यहां भी सकून नहीं मिला तो गोली मारकर हमेशा के लिए पति की बोली बंद करनी पड़ी.
भुता थाना क्षेत्र के गांव मिर्जापुर निवासी नरेंद्र कुमार सिंह (42) की शादी करीब 20 वर्ष पूर्व पूनम के साथ हुई थी. झगड़े के कारण ही 15 साल पहले बरेली चले आए. यहां हरुनगला में मकान बना लिया. नरेंद्र को अच्छी कंपनी में सीए के पद पर नौकरी मिल गई. बड़ा बेटा निशांत 17 साल का है, जो बाहर रहता है. छोटा बेटा दिव्यांग है, जो नरेंद्र के साथ ही रहता है. पूनम आंगनबाड़ी कार्यकत्री है. बाइक, स्कूटी, कार सब चलाना जानती हैं. उसने पुलिस को बताया कि नरेंद्र शराब पीने के आदी हो गए थे. इसी बात को लेकर झगड़ा होता था. नशे में उसके साथ उत्पीड़न करते थे. चोरी का आरोप लगाते थे. इसी बात पर मंगलवार की रात को भी विवाद हुआ. 18 हजार रुपए जेब से निकालने का आरोप लगाकर मारपीट करने लगे. कब तक उत्पीड़न सहते, गुस्से में तमंचे से गोली मार दी.
चार घंटे तक होता रहा दंपति में झगड़ादंपति के बीच झगड़ा रात 10 बजे ही शुरू हो गया था. ढाई बजे नरेंद्र तमंचा लेकर दौड़े तो उसने छीन लिया. गुस्से में नरेंद्र के ही सीने पर गोली दाग दी. जब खून निकला, तो उसकी हालत खस्ता हो गई. उसने खून रोकने का प्रयास किया. हाथ से सीने को दबाया. इतनी देर में पीठ से भी खून आने लगा. दिव्यांग बेटा भी जग गया. पूनम घर से भागती, इससे पहले ही आसपास के लोग आ गए और उसे पकड़ लिया गया.
दादा को फोन पर बताई माता-पिता के झगड़े की बातरामकृष्ण का कहना है, उनके पास उसके पोता प्रियांश का फोन आया. कहा, दादा मम्मी ने पापा के 18 हजार रुपये निकाल लिये हैं. मम्मी रुपये वापस नहीं कर रही हैं. वह रुपये आफिस के हैं. इसी बात पर दोनों में झगड़ा हो रहा है. रामकृष्ण ने मीडिया को बताया कि उनके बेटे और बहू में रुपये को लेकर अक्सर झगड़ा होता था. पूनम का चाल चलन भी ठीक नहीं है. अक्सर बिना बताए घर से चली जाती थी.