नई दिल्ली : यूनेस्को के भारत में प्रतिनिधि और भारतीय निदेशक एरिक फाल्ट ने कहा कि यूनेस्को दिव्यांगों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे वे मुख्यधारा में सहभागिता निभा सकें. यहां यूनेस्को क्लस्टर हाउस में सोमवार को भारत के दिव्यांग कलाकारों की एक अस्थाई गैलरी ´नॉट जस्ट आर्ट´ के उद्घाटन समारोह में पहुंचे फाल्ट ने कहा, दिव्यांगजनों को कला और संस्कृति के क्षेत्र में सक्रिय भागीदारी दिलाना यूनेस्को की प्राथमिकता है.
यह गैलरी दिव्यांगजनों को कला के दोनों रूपों- उपभोक्ता और उत्पादक के रूप में बनाने की हमारी प्रतिबद्धता दिखाता है. गैलरी का उद्घाटन केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी ने किया. गैलरी में देशभर के 15 राज्यों के दिव्यांग कलाकारों की लगभग 125 पेंटिंग का प्रदर्शन किया गया. इन कलाकारों को सम्मानित करने के लिए ´यूथ4जॉब्स´ फाउंडेशन ने यूनेस्को और एचएसबीसी के साथ डिस्कवरिंग एबिलिटी आर्ट अवार्ड्स भी वितरित किए.
विजेता कलाकारों को 50,000 रुपये की नकद राशि दी गई. ´यूथ4जॉब्स´ की प्रमुख मीरा शिनॉय ने कहा कि इस पहल से कलाकारों को मार्केट से संपर्क बनाने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि वे ´नॉट जस्ट आर्ट´ प्लेटफॉर्म के अंतर्गत इन कलाकृतियों को ऑनलाइन और गैलरीज के माध्यम से बेचती रहेंगी.