बालाघाट. प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी जिला मुख्यालय से लगभग 4 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत आंवलाझरी स्थित हजरत पीर सैयद चांदशाह वली दाता दरगाह में हर्षोल्लास के साथ सालाना उर्स का आयोजन किया गया. जहां 3 दिनों तक चले इस 42 वे सालाना उर्स में दूरदराज और क्षेत्रीय लोगों ने बाबा के आस्ताने में भारी संख्या में उपस्थित होकर अकीदतो के फूल और चादरें पेश कर अमनो अमान की मांगी दुआएं मांगी. वहीं उर्स कमेटी की जानिब से शाही संदल, लंगर और अजीमो शान कव्वाली सहित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था.
सालाना उर्स मुबारक पर 21 मई मंगलवार को उर्स के पहले दिन आंवलाझरी स्थित चांदशाह वली दाता दरगाह से शाही संदल निकाला गया. जो नगर के विभिन्न मार्गो का भ्रमण करते हुए पुनः दरगाह पहुंचा. जहां अकीदतमंदों ने बाबा के आस्ताने में फूल एवं चादरे पेश कर देश और पूरी दुनिया के लिए सामूहिक दुआएं की. वही 22 मई बुधवार को नगर के वार्ड नंबर 4 बैहर चौकी, गोंदिया, हीरापुर भरवेली से हर साल की तरह इस साल भी बाबा के आस्ताने के लिए शाही संदल निकाला गया. यहां संदल बैहर चौकी वार्ड नं 4 से मरारी मोहल्ला, शारदा मंदिर चौक होते हुए बैहर रोड से सीधे आंवलाझरी दरगाह पहुंचा. जहां बाबा के चाहने वालों ने फूलों और अकीदतो की चादर पेश कर शांति, आपसी भाईचारे, और अमनो अमान की सामूहिक दुआएं मांगी. वहीं शाम को लंगर ए आम, का आयोजन किया गया तो रात में कव्वाली कार्यक्रम में कव्वालो ने एक से बढ़कर एक कलाम पेश किए. जबकि 23 मई गुरुवार को कुल शरीफ की फातिया सहित अन्य आयोजन के साथ इस 42 वें उर्स मुबारक का समापन किया गया. जहां दरगाह कमेटी, इंतजामिया कमेटी सहित बाबा के चाहने वालों ने आगामी वर्ष में और अधिक भव्य रूप में उर्स मुबारक का आयोजन किए जाने की बात कही है.