कलेक्टर ने शिक्षक बनकर छात्र, छात्राओं को समझाया मौलिक अधिकार

बालाघाट. बालाघाट की ऑफलाइन के और यूट्यूब के छात्र छात्राओं को मौलिक अधिकार समझाने के लिए कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा 23 जून को शासकीय जटाशंकर त्रिवेदी महाविद्यालय में सुबह 8 बजे से 10 बजे तक एक शिक्षक की भूमिका में नजर आये. इस दौरान एसडीएम निकिता मंडलोई, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. गोविंद सिरसाटे, विकास हमर सम्मान निःशुल्क के सहायक संचालक बलराम प्रजापति, शिक्षक अंकित योगी और छात्र, छात्रायें उपस्थित थे.

कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने कहा कि विधि के समक्ष समता से अच्छा है विधियों के समान संरक्षण. विधि के समक्ष समता के अंतर्गत कोई व्यक्ति अमीर-गरीब, ऊंच-नीच, अधिकारी-गैर अधिकारी, विधि के ऊपर कोई नहीं है तथा विधि के समान संरक्षण के अंतर्गत व्यक्तियों, वस्तुओ और लेन-देन के तर्कसंगत वर्गीकरण को स्वीकृत करता है, लेकिन वर्गीकरण विवेक शून्य, बनावटी नहीं होने चाहिए. वे आज शास. जटा शंकर त्रिवेदी स्नातकोत्तर महाविद्यालय पर विकास हमर सम्मान निःशुल्क कोचिंग क्लासेस के छात्र, छात्राओं को जीएस पेपर-टू पर लेक्चर दे रहे थे.

कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने भारतीय संविधान के तहत अनु. 12 के तहत राज्य की परिभाषा-सुप्रीम कोर्ट के अनुसार, कोई भी निजी इकाई या एजेंसी जो बतौर राज्य की संस्था काम कर रही हो, अनु. 12 के तहत राज्य के अर्थ में आती है, इस संबंध में विस्‍तार से समझाया. इसके साथ ही छात्र-छात्राओं से प्रतियोगी परीक्षाओं में संभावित कुछ प्रश्नों पर भी चर्चा की.

उल्लेखनीय है कि कलेक्टर डॉ. मिश्रा की पहल और आदर्श परिवार एवं आधुनिक नालंदा के डायरेक्टर परीक्षित भारती के सहयोग से यूपीएससी एवं एमपीपीएससी निःशुल्क कोचिंग क्लासेज निरंतर संचालित हो रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 22 फरवरी  को विकास हमर सम्मान निःशुल्क कोचिंग क्लासेस का शुभारंभ किया गया था.  

Web Title : COLLECTOR EXPLAINS FUNDAMENTAL RIGHTS TO STUDENTS BY BECOMING TEACHERS