कटंगी. जनपद पंचायत कटंगी के पठार अंचल आने वाली ग्राम पंचायत महकेपार में बीते कई वर्षों से मीठे पेयजल की समस्या बनी हुई है जिस कारण यहां की आधी आबादी गांव के बाहर पंचायत के पास आधा किमी. दूर से मीठा पानी लाना पड़ता है. यहां के ग्रामीण मीठे पानी के लिए हर रोज साईकिल, मोटरसाईकिल और हाथठेले पर पानी ढोते हुए दिखाई देते है. वैसे तो ग्राम पंचायत महकेपार में पेयजल के लिए नल-जल योजना भी संचालित है, परंतु इस योजना से मिलने पानी भी स्वादिष्ट नहीं है जिस कारण ग्रामीण प्रतिदिन मीठे पानी के लिए आधा किमी. का सफर तय करते है. बता दें कि ग्रामीणों के द्वारा कई बार लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से गुहार लगाकर गांव के भीतर तक मीठा पानी पहुंचाने के लिए गुहार लगाई गई. वहीं विभाग ने भी ग्रामीणों को मीठा पानी उपलब्ध हो जाये, इसके लिए हरसंभव प्रयास किया, परंतु इसके तमाम कोशिशों के बावजूद विभाग को केवल असफलता ही हाथ लगी. फिलहाल महकेपार में ग्रामीणों द्वारा मीठे पानी के लिए जिस तरह से साईकिल और मोटरसाईकिल से पानी जुटाने की जद्दोजहद में लगे है.
ग्रामीण बताते है कि गांव के केवल दो हिस्सों में ही मीठे पानी का स्रोत है. जबकि गांव में लगे तमाम हैड़पंपों से भी खारा पानी ही मिलता है जिसका उपयोग वह दैनिक कार्यों के लिए करते है. मीठे पानी के लिए प्रतिदिन उन्हें आधा किमी. का सफर तय करना पड़ता है. ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि मीठा पानी जुटाने के लिए उनका काफी वक्त पानी लाने में ही कट जाता है ऐसे में घर के पुरूष और बच्चे पानी जुटाने में उनकी मदद करते है. अगर, परिवार के सदस्यों से यह मदद नहीं मिले तो घर के अन्य काम-काज प्रभावित होगे. ग्रामीणों का कहना है कि अगर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग इस समस्या पर गंभीरता से प्रयास करे तो इस समस्या का हल निकाला जा सकता है और गांव में ही लोगों को मीठा पानी मिल सकता है.