चंदन झा: रघुवर दास ने कहा था किसने आपको आइपीएस बना दिया, हेमंत ने आज बोकारो एसपी बनाया

बोकारो: चंदन झा कोरोना का हॉटस्पॉट बन चुके इस्पातनगरी बोकारो के नए पुलिस कप्तान बनाए गए हैं. इस बाबत सरकार के अवर सचिव शैलेष कुमार के हस्ताक्षर से अधिसूचना जारी कर दी गई है.

राज्यपाल के परिसहाय थे चंदन झा

बोकारो एसपी बनने से पूर्व चंदन राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के परिसहाय (एडीसी) थे. वर्ष 2011 बैच के आइपीएस चंदन एडीसी टू गवर्नर के पद पर सेवा देने से पूर्व चाईबासा और गुमला में पुलिस अधीक्षक तथा जमशेदपुर में पुलिस अधीक्षक नगर के पद पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं.  

रघुवर दास का बनना पड़ा था कोप भाजन 

आइपीएस चंदन झा उस समय चर्चा में आए थे, जब 2017 में वे गुमला के एसपी थे. एक मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उन्हें जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान काफी फटकार लगा दी थी. उसी दिन शाम को गुमला एसपी के पद से हटा भी दिया था.  

दरअसल, गुमला के चैनपुर की नाबालिग छात्रा के अपहरण और दुष्कर्म मामले में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 31 अक्टूबर 2017 को जनसंवाद कार्यक्रम में इन्हें जमकर फटकार लगाई थी. साथ ही, शाम में पद हटा कर सीआइडी का एसपी बना दिया था. उनकी जगह जमशेदपुर के रेल एसपी अंशुमन कुमार गुमला के एसपी बनाए गए थे.

जनसंवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने अपहरण और दुष्कर्म मामले में दोषियों की गिरफ्तारी की बजाय पुलिस के टालमटोल रवैये पर कड़ी नाराजगी जताई थी. गुमला एसपी से कहा था- किसने आपको आइपीएस बना दिया. शर्म नाम की चीज है या नहीं. वर्दी का थोड़ा भी फर्ज नहीं बचा है.  

शिकायत थी कि संत अन्ना स्कूल की नौवीं की छात्रा से बस एजेंट अनवर खान दो-तीन माह से छेड़छाड़ करता था. दो सितंबर की रात अनवर ने दो लोगों के साथ उसका अपहरण कर लिया. बरवेनगर जंगल में उसे दो दिनों तक रखा. दुष्कर्म किया. घरवालों ने तीन सितंबर को छात्रा को जंगल से बरामद किया. चार सितंबर को चैनपुर थाने में केस दर्ज कराया गया. पुलिस ने कोर्ट मेंं चार्जशीट दायर की. कोर्ट ने पुलिस को जांच करने को कहा, लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया. 26 अक्टूबर को उन्हीं आरोपियों ने छात्रा का दोबारा अपहरण कर लिया था.

खाली था बोकारो में एसपी का पद

बोकारो के एसपी पी मुरुगन के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के बाद एसपी का पद रिक्त था एवं झारखंड सैन्य पुलिस 4 की समादेष्टा सुजाता कुमारी बोकारो के प्रभारी एसपी के रूप में काम देख रही थीं.