स्वच्छ पर्यावरण मानव का अधिकार

बालाघाट. आज 10 दिसंबर को विश्व मानव अधिकार का आयोजन कन्या महाविद्यालय में किया गया. इस दौरान बतौर अतिथि कलेक्टर दिपक आर्य, समाजसेवी रमेश रंगलानी, ऋषभ वैद्य, मानव अधिकार आयोग मित्र श्रीमती फिरोजा खान, भारत मेश्राम, श्रम अधिकारी प्रभुलाल पिछोड़े, महिला सशक्तिकरण अधिकारी वंदना धुमकेती, महाविद्यालय प्राचार्य दिनेश मेश्राम सहित बाल गृह, आश्रय गृह, चाईल्ड लाईन और महिला एवं बाल विकास अधिकारी एवं महाविद्यालय की छात्रायें मौजूद थी.  

स्वच्छ पर्यावरण, मानव अधिकार विषय पर आयोजित कार्यशाला मंे मानव अधिकार आयोग मित्र श्रीमती फिरोजा खान ने बताया कि स्वच्छ पर्यावरण, मानव का अधिकार है. स्वच्छता को लेकर सरकार के प्रयासों के कारण हर तरफ जागरूकता फैली है, जब स्वच्छ माहौल होगा, तब ही हमारा स्वास्थ्य स्वच्छ होगा. उन्होंने प्रदूषण से एक युवक को हुई बीमारी का जिक्र करते हुए बताया कि स्वच्छ पर्यावरण हमारे लिए कितना आवश्यक है. हम यदि अपने आसपास का माहौल स्वच्छ रखेंगे तो निश्चित ही हमारा स्वास्थ्य, स्वस्थ्य होगा.

कलेक्टर दीपक आर्य ने महाविद्यालय की छात्राओं को पॉस्को एक्ट की जानकारी होने और अपने साथ हो रही गलत हरकतों के खिलाफ आवाज को बुलंद कर इसकी शिकायत किये जाने की बात कही. उन्होंने कहा कि सभी छात्रायें पॉस्को एक्ट को पढ़े और अधिकारों को जाने. उन्होंने कहा कि हमारी सहन करने की आदत के कारण महिला अपराध करने वालो की प्रवृत्ति बढ़ती है. उन्होंने देश की महिला हिंसा को लेकर चर्चित घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि हम अपने साथ होने वाली घटनाओं में बिना डरे, इसका विरोध करें और इसकी शिकायत करें. ताकि समय रहते अपराधिक प्रवृत्ति के लोगो के हौंसले पस्त हो सके. उन्होंने सभी छात्राओं से जागरूक रहने और पर्यावरण को स्वच्छ एवं साफ बनाये रखने की बात कही. विश्व मानव अधिकार दिवस पर अन्य अतिथियों ने स्वच्छ पर्यावरण, मानव अधिकार विषय और महिला हिंसा को लेकर अपनी बात रखी.  

Web Title : CLEAN ENVIRONMENT HUMAN RIGHTS