शहर के वार्डो से लेकर गांव की गलियों तक राहत सामग्री पहुंचा रहा गुलमोहर फाउंडेशन

बालाघाट. कोविड-19 से निपटने किये गये लॉक डाउन के कारण पूरे जिले मंे काम धंधे बंद है, छोटी, छोटी दुकानदारी और प्रतिष्ठानों में काम करने वाले दिहाड़ी मजदूर और गरीब परिवारों के सामने रोजमर्रा की जरूरतों के साथ ही भोजन की समस्या खड़ी हो गई है. इस दौर में परिवार के लिए दो जून की रोटी के लिए परेशान लोगांे के लिए गुलमोहर फाडंेशन एक सहारा बनकर खड़ी है. गुलमोहर फांउडेशन फाउंडर अनुराग चतुरमोहता के नेतृत्व में युवा टीम शहर के वार्डो से लेकर गांव की गलियों तक जरूरतमंद और गरीब परिवारों को राहत सामग्री पहंुचाने का काम निस्वार्थ भाव से कर रही है.  

लॉक डाउन के प्रथम चरण से लेकर लॉक डाउन के दूसरे चरण में अब तक हजारों जरूरतमंद और गरीब परिवारों तक गुलमोहर फाउंडेशन राशन की कीट पहुंचा चुका है और यह क्रम निरंतर दूसरे चरण के लॉक डाउन समाप्त होने तक जारी रहेगा. रोजाना ही बालाघाट शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के अलावा लालबर्रा के सभी ग्राम पंचायतों में गुलमोहर फाउंडेशन की युवा टीम, राशन की कीट को जरूरतमंद एवं गरीब परिवारो तक पहुंचाने का काम कर रही है.  

गुलमोहर फाउंडेशन की ओर से राशन की कीट में चांवल, दाल, शक्कर, आटा, तेल, बिस्कुट के पैकेट, नमक, मिर्ची, साबुन और मॉस्क के साथ ही सब्जियों में दो किलो हरी सब्जी और एक किलो ककड़ी प्रदान किया जा रहा है. सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक युवाओं की टीम शहर और ग्रामीण क्षेत्रो में जरूरतमंद और गरीब परिवारों तक पहुंचकर सेवा भाव से उन्हें राहत सामग्री देने का काम कर रही है. पीड़ित मानवता के सेवार्थ किये जा रहे इस कार्य ने लॉक डाउन के दौरान अपना रोजगार खो चुके परिवारों के चेहरे पर खुशी लाने का काम किया है. नर सेवा, नारायण सेवा के साथ ही गुलमोहर फाउंडेशन टीम लोगांे को कोविड-19 से बचाव को लेकर लॉक डाउन का पालन करते हुए घर पर ही रहने, नियमित अंतराल में सेनेटाईज या साबुन से हाथ धोने, सोशल डिस्टेंस का पालन करने सहित भारत सरकार के केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बताये गये मानकों के आधार पर सावधानियों का पालन करने की समझाईश भी दी जा रही है.  

गुलमोहर फाउंडेशन फाउंडर अनुराग चतुरमोहता ने कहा कि कोविड-19 एक लाईलाज बीमारी है, जिसकी सावधानी ही बचाव है. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की आपदा के इस दौर में जरूरत है इस बीमारी से हौंसले के साथ लड़कर एकदूसरे की मदद करने का है. गुलमोहर फाउंडेशन, कोविड-19 से निपटने किये गये लॉक डाउन के बाद प्रभावित जरूरतमंद और गरीब लोगों की निस्वार्थ भाव से मदद का कार्य कर रहा है, अब तक हमारी टीम बालाघाट क्षेत्र में 15 हजार जरूरतमंद और गरीब लोगों को राशन की कीट प्रदान कर चुकी है और यह सिलसिला अनवरत रूप से जारी है, उन्होंने कहा कि लॉक डाउन के द्वितीय चरण पूरे होने तक गुलमोहर फाउंडेशन ने यह संकल्प लिया है कि वह इस दौरान क्षेत्र के सभी जरूरतमंद और गरीब परिवारों तक पहुंचकर उन्हें राहत सामग्री उपलब्ध करवाकर उन्हें हौंसला प्रदान करेगी कि वह हारे नहीं बल्कि इस परिस्थिति से लड़ने की हिम्मत बनाये रखे.  

Web Title : GULMOHAR FOUNDATION DELIVERING RELIEF MATERIAL FROM WARDO IN THE CITY TO THE STREETS OF THE VILLAGE