निराशा में नक्सलियों ने युवक की हत्या, पुजारीटोला में मुखबिर के शक में युवक की हत्या के बाद पुलिस ने सर्चिंग की तेज

बालाघाट. 9 जून को नक्सल प्रभावित क्षेत्र नेवरवाही के पास पुजारीटोला निवासी 25 वर्षीय युवक सोनु पिता चैता टेकाम का शव मिला था. जिसके सीने पर गोली मारी गई थी, जिसके शव के पास ही भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का हस्तलिखित चेतावनी पत्र भी मिला था. जिसमें बताया गया था कि पुलिस मुखबिर होने पर सोनु की हत्या की गई है और भविष्य में पुलिस मुखबिरी करने वाले सचेत रहे, उनका भी सोनु जैसा ही अंजाम होगा. पुलिस मुखबिरी के शक में सोनु की हत्या को लेकर, पुलिस का मानना है कि यह नक्सलियों द्वारा निराशा में उठाया गया कदम है. पुलिस का मानना है कि पुजारीटोला में 9 जुलाई 2019 में पुलिस एनकाउंटर में मारे गये नक्सलियों और लगातार नक्सलियों के डंप को बरामद किये जाने से नक्सलियों में निराशा छा गई है. जिसके चलते निराशा में वह बेकसुर ग्रामीणों को अपना निशाना बनाकर आतंक पैदा करना चाहते है.  

बहरहाल पुजारीटोला युवक की पुलिस मुखबिरी के शक में नक्सलियों द्वारा की गई हत्या के बाद पुलिस ने क्षेत्र में सर्चिंग तेज कर दी है. बताया जाता है कि पुलिस को लगातार इन क्षेत्र में मलाजखंड एवं टांडा दलम के नक्सलियों के होने की सूचना मिल रही है. जिसके बाद पुलिस ने नक्सलियों को खदेड़ने के लिए क्षेत्र के जंगलो में सर्चिंग को तेज को बढ़ा दिया है. पुलिस ने पुजारीटोला निवासी युवक के पास मिले भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का हस्तलिखित चेतावनी पत्र की पुलिस जांच कर रही है. चूंकि पहली बार ऐसा हुआ है कि पुलिस ने युवक की हत्या के बाद उसके शव के पास चेतावनी पत्र छोड़ा है.  

गौरतलब हो कि लांजी थाना क्षेत्र अंतर्गत नक्सल प्रभावित नेवरवाही के पास पुलिस ने संदेहास्पद स्थिति में पुजारीटोला निवासी 25 वर्षीय सोनु पिता चैतराम टेकाम का शव बरामद किया था. जिसके सीने पर चोटों के निशान थे.  

युवक के शव के पास ही एक सफेद कागज में भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का हस्तलिखित चेतावनी पत्र भी मिला है. जिसमें सोनु की पुलिस मुखबिरी में हत्या किये जाने का उल्लेख करते हुए नक्सली संगठन ने पुलिस मुखबिरी का काम करने वालों लोगों से मुखबिर को छोड़ने और जिंदगी का रास्ता पकड़कर, आम जनता में माफी मांगने और जनता के साथ मिलजुलकर रहने की बात कही थी. पत्र में नक्सली संगठन ने चेतावनी दी थी कि मुखबिर करने का रास्ता नहीं छोड़ने वाले को सोनु जैसी मौत की सजा मिलते रहेगी.  

घटना के बाद से गांव में भय का माहौल

बताया जाता है कि हैदराबाद में कमाने-खाने गये सोनु टेकाम, लॉक डाउन के बाद काम धंधे बंद होने से विगत 25 दिनों पूर्व ही गांव पुजारीटोला आया था. जिसे विगत रविवार को नक्सलियों द्वारा घर से बुलाकर अगवा करने और उसके दो दिन बाद उसका शव मिलने से क्षेत्र में डर का माहौल है. घटना के बाद से गांव में मातम और सन्नाटे जैसी स्थिति है. कोई भी ग्रामीण किसी से बात करने तैयार नहीं है और उनके चेहरो पर घटना के बाद खौफ दिखाई दे रहा है. बहरहाल पुलिस ने कहा है कि घटना के बाद क्षेत्र में सर्चिंग बढ़ा दी गई है और ग्रामीणों से कहा है कि उन्हें डरने की आवश्यकता नहीं है.  


इनका कहना है

घटना के बाद, क्षेत्र के जंगलो में सर्चिंग बढ़ा दी गई है. नक्सली द्वारा युवक की हत्या किया जाना, नक्सलियों की निराशा को जाहिर करता है. नक्सली, पुलिस कार्यवाही से दबाव महसुस कर रहे है, जिसके लिए वह बेकसुर ग्रामीणों को निशाना बनाकर, ग्रामीणों में डर पैदा करना चाहते है लेकिन ग्रामीणो को घबराने की आवश्यकता नहीं है. घटना के बाद युवक के शव के पास मिले पत्र को जब्त कर लिया गया है. जिसकी जांच की जा रही है.

नितेश भार्गव, एसडीओपी, लांजी


Web Title : IN DESPAIR, NAXALS INTENSIFY SEARCHING AFTER KILLING OF YOUNG MAN, KILLING OF YOUNG MAN SUSPECTED OF INFORMANT IN PUJARITOLA