आखिरी गांव के अंतिम व्यक्ति तक योजना की पहुंच जानने ग्राउंड जीरो पर उतरे अधिकारी, 58 अधिकारी कलेक्टर को सौपेंगे ग्राउंड रिपोर्ट, लाभ पाने वालो से पलायन करने वालो की संख्या ज्यादा

बालाघाट. प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान के तहत कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने अनोखा अभियान छेड़ा है. इस अभियान में दिसंबर 23 के बाद से लोक कल्याणकारी और आधारभूत सुविधाओं की उपलब्धता के लिए कार्य स्वीकृत किए गए थे. उन पर कार्य भी किया गया, लेकिन यह कार्य और लोककल्याणकारी योजनाएं कहा तक पहुंची हैं? इसके आंकलन ने लिए 58 अधिकारियों को 260 पीवीटीजी बस्तियों का दौरा कर ग्राउंड रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है. शनिवार और रविवार को दो दिनों में ये अधिकारी एक निर्धारित प्रारूप में रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे. निर्धारित प्रारूप में आवश्यक दस्तावेजों बनाने को भी शामिल किया है. जिसके बाद अधिकारी आखिरी गांव के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं की हकीकत जानने पहुंचे है.

शनिवार को ग्राउंड पर योजनाओं की स्थिति का आंकलन करने गए  ग्रामीण विकास विभाग के कार्यपालन यंत्री डीएस बघेल ने बताया कि अरमी, अरंडी और अटारिया में ग्रामीणों से मिलकर जाति प्रमाण पत्र से लेकर योजनाओं की जानकारी ली गई. अरमी के बिरजू, काजल और सुखलिया सहित कई लोगों से बात की. इनको योजनाओं का लाभ मिला है, लेकिन ऐसे कई लोग है जो पलायन कर गए है. उनके जाति प्रमाण पत्र, आयुष्मान सहित कई दस्तावेज नही बनें है. जो लोग गांव में है उनको तो लाभ दिया गया है. साथ ही पानी, सड़क और बिजली की सुविधा भी मिल रही है. कार्यपालन यंत्री बघेल ने अरंडी के ग्रामीणों से कहा कि किसी भी योजना का लाभ लेने के लिए दस्तावेजो की आवश्यकता होती है. जब आए तो बताए कि सचिव या जीआरएस से संपर्क अवश्य करें.

सोनगुद्दा, सुन्दरवाही और टिंगीपुर का निरीक्षण करने के बाद मलाजखंड के सीएमओ दिनेश बाघमारे ने बताया कि जो लोग गांवो में निवास रत है उन्हें पीएम आवास, आयुष्मान, जाति प्रमाण पत्र, पीएम किसान सम्मान आदि का लाभ मिलने लगा है लेकिन जो पलायन पर है. वे अभी कुछ लोग अछूते है. दुल्हापुर पंचायत अंतर्गत करीब 200 लोग पलायन पर है. उनमें 70 से 80 लोगों के दस्तावेज बनें है. श्री बाघमारे ने जब उनसे दस्तावेजों के बारे में बताया तो ग्रामीणों ने कहा कि होली पर आने वाले है. कुछ ग्रामीणों का कहना यह भी है कि मोबाइल तो है लेकिन नियमित रिचार्ज नही कर पाते है.  वारासिवनी के वार्ड 4 और अन्य में नवागत एसडीएम राजीव रंजन पांडे, सीएमओ दिशा डेहरिया और तहसीलदार इमरान मंसूरी ने संयुक्त रूप से भ्रमण किया. सीएमओ डेहरिया ने बताया कि अभी निरंतर कार्य चल रहा है. लोगों से चर्चा कर इकेवायसी का कार्य चल रहा है.


Web Title : OFFICIALS LANDED AT GROUND ZERO TO KNOW THE REACH OF THE SCHEME TO THE LAST PERSON OF THE LAST VILLAGE