पोस्टर से होने लगा चुनाव बहिष्कार का नारा बुलंद, इन चार समाजो ने प्रतिष्ठानो में लगाए पोस्टर, पट्टा नहीं तो मतदान नहीं

बालाघाट. दशकों से शहर के गुजरी बाजार मंे व्यवसाय कर रहे दुकानदार, पट्टे की मांग कर रहे है, जिसको लेकर कालांतर से यह आवाज सामाजिक वर्ग के व्यापारी में सिंधी, मुस्लिम, नाई और मेमन समाज, के व्यापारी उठाते आ रहे है, जिन्हें आश्वासन तो मिला लेकिन अब तक इनकी मांग पूरी नहीं हो सकी है. जिसको लेकर विगत दिनों ने इन चारो समाज के व्यापारी प्रतिनिधियों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर पट्टे की मांग की थी और पट्टा नहीं तो वोट नहीं का नारा बुलंद किया था.  

जिसकी शुरूआत सामाजिक व्यापारिक प्रतिनिधियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान में पोस्टर लगाकर कर दी है. जिससे प्रतिष्ठानों में आने वाले ग्राहक देख रहे है. जिससे उनका भी मौखिक समर्थन व्यापारियों को मिल रहा है. प्रतिनिधियों का कहना है कि दशकों से बाजार में दुकान लगाकर व्यवसाय कर रहे है, लेकिन अब तक उन्हें पट्टा नहीं दिया गया. यदि स्थल का पट्टा दिया जाता है तो वह प्रतिष्ठानों को बनाकर बाजार को अच्छा बनाने का काम करेंगे और संपत्तिकर के रूप में भी नगरपालिका को राजस्व मिलेगा. जब सरकार राजस्व और आबादी में एक निर्धारित अरसे से बसेे होने के बाद उन्हें पट्टा प्रदान कर रही है तो हम व्यापारियों के साथ ऐसा क्यों नहीं हो रहा है. हमें भी सरकार पट्टा प्रदान करें, अन्यथा वह इस लोकसभा चुनाव में मतदान नही करेंगे.  

व्यापारी संजय लालवानी ने कहा कि दशकों से गुजरी चौक में हम व्यवसाय कर रहे है. जिसके, शासन की योजनाओं के तहत पट्टे दिए जाने की मांग शासन से की गई थी लेकिन केवल हमें आश्वासन ही दिया जा रहा है. हमारी पट्टो की कार्यवाही आगे नहीं बढ़ पा रही है. तत्कालीन मुख्यमंत्री ने घोषणा भी करते हुए धारणाधिकार के माध्यम से पट्टे भी दिए जा रहे है और प्रदेश के अन्य जगहो पर पट्टै दिए गए है. लेकिन बालाघाट में पट्टो को लेकर व्यापारियों को कोई सहयोग नहीं मिल पा रहा है. जिसको लेकर हमने पूर्व में ज्ञापन दिया है, और उसी ज्ञापन की मांग पर ध्यानाकर्षण करने हम पोस्टर लगा रहे है. चूंकि अक्सर चुनाव में जनप्रतिनिधि वादे तो करते है लेकिन उसे पूरा नहीं करते है. जिसमें सर्वसम्मति से सिंधी, केश शिल्पी, मुस्लिम और मेमन समाज के व्यापारियों ने यह मुहिम प्रारंभ की है और यदि हमें पट्टा नहीं दिया जाता है तो हम बहिष्कार करेंगे.

गुजरी बाजार व्यापारी संघ सचिव विशाल नावानी ने कहा कि वर्षो पुरानी मांग को लेकर नगरपालिका और प्रशासन का रवैया गोलमोल है. लगभग 200 व्यापारी है और उनका परिवार है, जो पट्टे की मांग कर रहा है. जबकि मंडला, नैनपुर, जबलपुर और कटनी सहित अन्य स्थानो पर व्यापारियों को पट्टे दिए गए है लेकिन बालाघाट में पट्टो की प्रक्रिया आगे नहीं बढ रही है, नगरपालिका हमें एनओसी नहीं दे रही है. जिससे रोष स्वरूप, चुनाव बहिष्कार का हमने निर्णय लिया है, यदि मांग पूरी नहीं होगी तो हम मतदान नहीं करेंगे.


Web Title : POSTERS RAISE SLOGAN OF BOYCOTT OF ELECTIONS, THESE FOUR SOCIETIES PUT POSTERS IN ESTABLISHMENTS, NO VOTING