भीगकर खराब हुए गेंहू, चने को नष्ट करा दे-कावरे, मंत्री श्री कावरे ने गोंगलई मंडी एवं वेयर हाउस का किया निरीक्षण

बालाघाट. जिले में पिछले दिनों हुई अति वर्षा एवं भीमगढ़ बांध से छोड़े गये पानी के कारण वैनगंगा नदी में बहुत अधिक बाढ़ आ गई थी. वैनगंगा नदी की बाढ़ का पानी गोंगलई स्थित कृषि उपज मंडी एवं मध्यप्रदेश स्टेट वेयर हाउस के गोदाम में भी भर गया था. मंडी कार्यालय में पानी भरने से मंडी का रिकार्ड एवं कम्प्यूटर पानी में भीग गये है. इसी प्रकार वेयर हाउस के गोदाम में रखे गेहूं एवं चने के बोरे भी भीग गये है और गेहूं-चना खराब हो गया है.

मध्यप्रदेश शासन के राज्यमंत्री आयुष (स्वतंत्र प्रभार) एवं जल संसाधन विभाग रामकिशोर “नानो’’ कावरे ने आज 02 सितम्बर को गोंगलई में कृषि उपज मंडी एवं मध्यप्रदेश स्टेट वेयर हाउस के गोदाम का निरीक्षण कर बाढ़ के पानी से हुए नुकसान एवं वहां की व्यवस्थाओं को देखा. निरीक्षण के दौरान बालाघाट एसडीएम के. सी. बोपचे भी उपस्थित थे.

मंत्री श्री कावरे ने गोंगलई मंडी के पानी मे भीग गये रिकार्ड को सुखाकर व्यवस्थित करने के निर्देश दिये. इस दौरान उन्होंने मंडी के कर्मचारियों से उनकी समस्याओं को भी सुना. मंत्री श्री कावरे ने एसडीएम से कहा कि ग्राम गोंगलई में जिन किसानों की धान फसल को बाढ़ के पानी से नुकसान हुआ है, उसका शीघ्र सर्वे करायें. मंत्री श्री कावरे ने वेयर हाउस के गोदाम के निरीक्षण के दौरान पानी में खराब हो चुके गेहूं एवं चने के बोरों को देखा. इस दौरान उन्होंने वेयर हाउस के प्रभारी को निर्देशित किया कि गेहूं, चना के जो बोरे पानी में भीगने से बच गये हैं, उन्हें गोदाम से निकाल कर किसी अन्य सुरक्षित स्थान पर भंडारित करें. जिससे से भीगे हुए बोरों के संपर्क में न आ सके और खराब होने से बच जायें. मंत्री श्री कावरे ने वेयर हाउस के प्रभारी से कहा कि बाढ़ के पानी से भीग गये गेहूं एवं चने का राशन कार्ड धारकों को वितरण नहीं होना चाहिए, बल्कि इसे नष्ट करा दिया जाये.

मंत्री श्री कावरे ने सेवा सहकारी समिति चिखला में सुनी किसानों की समस्या

मध्यप्रदेश शासन के राज्यमंत्री आयुष (स्वतंत्र प्रभार) एवं जल संसाधन विभाग रामकिशोर “नानो’’ कावरे ने आज 02 सितम्बर को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के भ्रमण के दौरान सेवा सहकारी समिति चिखला में कुछ देर ठहर कर किसानों की समस्याओं को सुना और उनका शीघ्र निराकरण करने के निर्देश अधिकारियों को दिये. किसानों ने बताया कि चिखला समिति के तीन किसानों को समर्थन मूल्य पर विक्रय किये गये धान का अब तक भुगतान नहीं मिला है. मंत्री श्री कावरे ने किसानों को आश्वस्त किया कि जिन किसानों का भुगतान नहीं हुआ है उनका भुगतान शीघ्र कराया जाये. मंत्री श्री कावरे ने इस दौरान किसानों से अतिवर्षा एवं बाढ़ के कारण हुए धान की फसल को हुए नुकसान के बारे में जानकारी ली. किसानों ने बताया कि बाढ़ के कारण केवल नदी किनारे के गांवों में धान की फसल पानी में डूबे रहने से नुकसान हुआ है.


Web Title : WET WHEAT, DESTROYING GRAM KAVRE, MINISTER SHRI KAVRE INSPECTS GONGAI MANDI AND WARE HOUSE