मुख्यमंत्री जी! कोरोना संकट के बीच निष्क्रिय है नगर निगम: एके झा

धनबाद: राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ के महामंत्री ए के झा ने पूरे राज्य के श्रमिक और आम जनता से अपील की है कि राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पूर्ण सहयोग दिया जाए, ताकि इस राज्य से कोरोना को भगाने में हमारी कामयाबी हो सके.  

   उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन ने बहुत ही मजबूती, ईमानदारी व निष्ठा के साथ राज्य की जनता के व्यापक हित में कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में सही समय पर ठोस सकारात्मक निर्णय लिया है. कांग्रेस और इंटक परिवार दिन-रात मुख्यमंत्री, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के कुशल दिशा निर्देश पर प्रशासन, डॉक्टर सफाई मजदूर, पारा मेडिकल स्टाफ के साथ दिन रात मजबूती के साथ लगा हुआ है.

  झा ने मुख्यमंत्री को बताया है कि भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के सीएमडी पीएम प्रसाद और कार्मिक निदेशक आरएस महापात्र ने जिला प्रशासन को कोरोना की इस लड़ाई में हर स्तर पर सकारात्मक सहयोग किया है. सभी सामाजिक और राजनीतिक संगठन के लोग भी परिवार की तरह इस लड़ाई में साथ दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि इंटक के राष्ट्रीय महामंत्री, प्रदेश इंटक के अध्यक्ष और कांग्रेस के मजबूत जनाधार वाले लोकप्रिय नेता श्री राजेंद्र प्रसाद सिंह ने सोनिया गांधी के निर्देश पर रोज कमाने वाले मजदूरों के परिवारों को जो आज बेरोजगार हो गए हैं. उन्हें लगातार हर संभव मदद कर रहे हैं.  

   श्री झा ने माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन से कहा कि धनबाद नगर निगम इस लड़ाई में पूरी तरह निष्क्रिय है सैनिटाइजेशन, सफाई, नाले की सफाई, शुद्ध पेयजल आपूर्ति, ब्लीचिंग पाउडर के छिड़काव में पूरी तरह विफल है. जबकि निगम के आय के मजबूत स्रोत उपलब्ध है. उन्होंने आग्रह किया कि सरकार अपने स्तर से नगर निगम को कर्तव्य निर्वहन में मुस्तैद रहने के लिए धनबाद के 3200000 लोगों के प्राण रक्षा के लिए करोना के खिलाफ लड़ाई में निगम के द्वारा ठोस सकारात्मक कार्य करने के लिए प्रशासनिक पहल करें, ताकि धनबाद कोरोना की लड़ाई में हर ईमानदार प्रयास के बावजूद नगर निगम की शिथिलता के कारण राज्य सरकार विफल ना होने पाए.   

उन्होंने कहा कि बीसीसीएल ने धनबाद के लाइफ लाइन सेंट्रल हॉस्पिटल को कोरोनावायरस की इस लड़ाई में जिला प्रशासन को आप के निर्देश पर समर्पित कर दिया है, ऐसी स्थिति में जलान अस्पताल और अशर्फी अस्पताल में निर्देश दिया जाए कि प्रतिदिन ओपीडी जारी रखें और बीसीसीएल के कर्मचारी उनके परिवार के लोगों को अस्पताल में दाखिल करने में कोई आनाकानी ना करें.