बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद के नेता तेजस्वी यादव जन विश्वास यात्रा पर निकले हुए हैं. बुधवार को चंपारण में जनसभा को संबोधित करेंगे. इस बीच तेजस्वी यादव ने बीजेपी और नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को लेकर बड़ा बयान दिया है. उनकी जन विश्वास यात्रा पर भाजपा के नेता पहले से हमलावर हैं. तेजस्वी यादव ने उन्हें तिलमिला देने वाला जवाब दिया है. हालांकि नीतीश कुमार को लेकर तेजस्वी का रुख अभी भी नरम है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह सब की व्यक्तिगत तौर पर इज्जत करते हैं.
सोमवार को बिहार के मुजफ्फरपुर से तेजस्वी यादव ने जन विश्वास यात्रा शुरू की. उसके बाद सीतामढ़ी और शिवहर में उन्होंने जनसभा में लोगों को संबोधित करते हुए अपनी सरकार के 17 महीने की उपलब्धियां का बखान किया. रात्रि विश्राम तेजस्वी यादव ने मोतिहारी में किया. न्यूज़ चैनल एबीपी से बात करते हुए पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पहले वाशिंग मशीन थी, अब डस्टबिन पार्टी हो गई है. सभी दलों के कूड़े कचरे को अपने पास समेट रही है. तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को लेकर भी नरम लहजे में कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि 2024 में उनकी पार्टी जेडीयू पूरी तरीके से समाप्त हो जाएगी. हालांकि तेजस्वी ने यह भी कहा कि दो-दो बार उनके साथ डिप्टी सीएम के रूप में शपथ लिया है इसलिए उनका रेस्पेक्ट करते हैं.
आरजेडी कोटा के मंत्रियों के विभागों के कामकाज की समीक्षा के निर्णय पर तेजस्वी ने सधा हुआ जवाब दिया. उन्होंने कहा कि सच को किस बात की आंच. वे लोग जांच करते रहें, उन्हें कुछ सीखने को मिलेगा कि रोजगार कैसे दिया जाता है. तेजस्वी यादव ने कहा कि जो 17 सालों में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री रहते नहीं जो कर पाए, हमने 17 महीने के कार्यकाल में बड़ी लाइन खींच दी. इससे उन्हें सीख लेनी चाहिए.
नीतीश कुमार को कम बैक ऑफर के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके पास अब कोई विज़न नहीं है. उनसे बिहार नहीं चल सकता. सिर्फ इधर उधर करते रहते हैं. प्रदेश की जनता उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में नहीं देखना चाहती है. बड़ी पार्टी होने के बाद भी हमने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया.
एक सवाल के जवाब में तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्हें माता-पिता से बेहतर संस्कार मिले हैं जिन्हें हमेशा याद रखते हैं. इसीलिए विरोधी दल में होने के बावजूद नंदकिशोर यादव का पैर छूकर आशीर्वाद लिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह भी मिलेंगे तो उनका आशीर्वाद लेंगे. बताया कि अटल बिहारी बाजपेई जी हमारी बहनों की शादी में आते थे और हमारे माता-पिता की सरकार थी तो प्रधानमंत्री रहते बाजपेई जी गवर्नर भेजने के लिए उनसे सलाह लेते थे. उन्होंने कहा कि राजनीति में अभी बहुत कुछ सीखना है. इसमें कोई कमी नहीं करेंगे. जन विश्वास यात्रा में ज्यादा से ज्यादा जिलों को कवर का लक्ष्य है.