बिहार में शिक्षक भर्ती के तीसरे चरण के लिए शुक्रवार को बीपीएससी के द्वारा परीक्षा का आयोजन किया गया. इस परीक्षा का पेपर लीक हो हो जाने की प्रबल आशंका है. झारखंड के हजारीबाग में सॉल्वर गैंग से जुड़े 5 शातिरों को गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ एक होटल में परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं 300 अभ्यर्थियों को हिरासत में लिया गया है. उसके बाद बिहार में भी कार्रवाई तेज हो गई है. आर्थिक अपराध इकाई, EOU मामले की जांच करते हुए जगह-जगह छापेमारी कर रही है.
समाचार चैनल न्यूज़ 18 के मुताबिक EOU बिहार के पटना हाजीपुर और जहानाबाद में करवाई कर रही है. दूसरी और हजारीबाग के कोहेनूर होटल से हिरासत में लिए गए 300 अभ्यर्थियों को पटना लाया जा रहा है. शुक्रवार को कुछ अभ्यर्थी बस में सवार होकर बिहार स्थित परीक्षा केंद्रों पर रवाना हो रहे थे जबकि बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों को होटल के कमरे में प्रोजेक्टर की मदद से प्रश्नों के उत्तर रटवाए जा रहे थे. पकड़े गए सभी अभ्यर्थी बिहार के पटना, गया, नवादा और जहानाबाद के रहने वाले हैं. पूछताछ में कई अहम जानकारी मिलने की बात भी कही जा रही है. बताया जा रहा है कि पेपर लीक कांड में अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई है.
सॉल्वर गैंग ने शातिराना अंदाज में काम लिया. जानकारी मिल रही है कि शिक्षक भर्ती परीक्षा TRE 3 में शामिल होने वाले सैकड़ों अभ्यर्थियों से सॉल्वर गैंग ने सेटिंग की और उन्हें दो दिन पहले झाखंड के हजारीबाग में स्थित होटल में ले जाया गया था. वहां पेपर के सेट मौजूद थे जिनके उत्तर की तैयारी कराई जा रही थी. शुक्रवार को परीक्षा में शामिल कराने के लिए इन अभ्यर्थियों को बस से भेजने की योजना थी. लेकिन इसकी भनक जांच एजेंसियों को लग गई और हजारीबाग पुलिस की मदद से ईओयू ने कार्रवाई कर दी.
जानकारी के मुताबिक झारखंड की हजारीबाग पुलिस ने बड़ी टोल प्लाजा के आगे जीटी रोड पर पटना जा रही बसों को संदेह के आधापर जांच के लिए रोका. बस में 90 परीक्षार्थी सवार थे. इनसे मिली जानकारी के बाद हजारीबाग बड़ी रोड पर बसों को रोका गया जिसमें 65 परीक्षार्थी सवार मिले. जब शंका बढ़ती गयी तो बाद में एक बस को हजारीबाग कोर्ट के पास रोका गया. पूछताछ में जानकारी मिली कि सभी होटल में ठहर कर तैयारी कर रहे थे. उसके बाद होटल में छापेमारी की गई तो राज खुल गया. वहां दूसरी पाली के अभ्यर्थी मौजूद थे.
मामला सामने आने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने नीतीश सरकार पर बड़ा हमला किया है. उन्होंने सवाल किया कि बिहार में तीसरे चरण की बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में पेपर लीक के कारण 4 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को परेशानी हुई है. आखिर ऐसा क्यों हुआ? शनिवार को सोशल मीडिया के माध्यम से उन्होंने कहा कि हमने 𝟏𝟕 महीनों में 𝟒 लाख से अधिक नौकरियां दी, कभी भी किसी नियुक्ति परीक्षा में पेपर लीक नहीं हुआ. उन्होंने तीसरे चरण में भी 𝟏 लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति के मामले को लटकाने का आरोप राज्य सरकार पर लगया.