बिहार बीजेपी चीफ नित्यानंद राय ने अपने बयान पर मांगी मांफी, कहा मुहावरे के तौर पर कही बात हाथ काटने से कोई ताल्लुक नहीं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आवाज उठाने पर हाथ काटने वाले विवादित बयान पर बिहार बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद राय ने बयान पर माफ़ी मांगी है. उन्होंने कहा कि, मैंने ये बात मुहावरे के रूप में कही थी. हाथ काटने का इससे कोई ताल्लुक नहीं है. मैं अपने बयान पर माफी मांगता हूं.

बता दें कि उजियारपुर से लोकसभा सांसद नित्यानंद राय ने कहा था कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कठिन परिस्थितियों से निकलकर देश का नेतृत्व कर रहे हैं. ये हमारे लिए गर्व की बात है. यदि उन पर कोई उंगली उठाएगा तो उसका हाथ काट देंगे.

मालूम हो कि राय, वैश्य और कनु समुदाय के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ये बातें बोली थीं. उन्होंने मोदी की पीएम बनने तक के सफर को लेकर राय ने कहा था कि, मोदी की मां ने खाना परोसने का काम किया. आज उस परिस्थिति से उठकर वो देश के पीएम बने हैं. एक गरीब का बेटा पीएम बना है, उसका स्वाभिमान होना चाहिए. हर व्यक्ति को इसकी इज्जत करनी चाहिए. उनकी ओर उठने वाली उंगली और हाथ को हम सब मिलकर तोड़ देंगे और जरुरत पड़ी तो काट भी डालेंगे. बता दें कि इस कार्यक्रम के दौरान बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी समेत बीजेपी के कई बड़े नेता मौजूद थे.

राय के बयान के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बीजेपी पर तीखा वार किया. उन्होंने कहा कि, बीजेपी किस बात पर गर्व कर रही है. उनके पास गर्व करने लायक कुछ भी नहीं है.

बता दें कि विवादित बयान देने वाले सांसद नित्यानंद राय दिसंबर 2016 में बिहार बीजेपी के अध्यक्ष बनाए गए थे. फिलहाल वे उजियारपुर से लोकसभा सांसद हैं. कहा जाता है कि उन्हें यादव वोट बैंक में जड़े जमाने के लिए बीजेपी ने मैदान में उतारा था.



Web Title : BIHAR BJP CHIEF NITYANAND RAI DEMANDED ON HIS STATEMENT MANFI, STATING THAT THE PHRASE STATED AS A PART OF CUTTING HANDS