पटना : चारा घोटाला मामले में सजा पाने के बाद से लालू यादव जेल में बंद हैं. वह रांची के रिम्स में अपना इलाज करा रहे हैं. लालू के जेल गए दो साल होने को है लेकिन स्थिति ऐसी है कि उन्हें अब भी पार्टी की कमान संभालनी पड़ रही है. जेल में रहते हुए लालू ने मंगलवार को राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया.
लालू ने अपना नामांकन पत्र जेल से भेजा. नामांकन के साथ ही लालू का 11वीं बार राजद का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना तय हो गया है. 10 दिसंबर को इसकी औपचारिक घोषणा होगी. नामांकन करने के दौरान तेजप्रताप यादव, तेजस्वी यादव, भोला सिंह, रघुवंश प्रसाद सिंह समेत कई नेता मौजूद रहे.
राजद में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए तेजस्वी यादव का नाम आगे आ रहा था. पार्टी में चर्चा थी कि लालू तेजस्वी को पार्टी की कमान दे सकते हैं. वहीं, पार्टी के सीनियर लीडर राबड़ी देवी का नाम विकल्प के तौर पर सुझा रहे थे.
आगामी विधानसभा चुनाव के साथ-साथ परिवार के अंदर के मतभेद को रोकने के लिए लालू ने खुद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहने का फैसला लिया. लालू ने पार्टी की कमान किसी दूसरे के हाथ में देने का जोखिम नहीं उठाया. लालू के इस फैसले से तेजस्वी के करीबी नेताओं में मायूसी है.