बिहार में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बूथ स्थल में फेरबदल किया जाएगा. राज्य निर्वाचन आयोग ने सुरक्षा एवं विधि-व्यवस्था के आधार पर बूथों के लोकेशन को बदलने की जरूरत की समीक्षा करेगा और इसके बाद निर्णय लिया जाएगा. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय ने इस संबंध में नक्सल प्रभावित जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी को पत्र लिखकर स्थानीय स्तर पर बूथों के लोकेशन की समीक्षा करने का निर्देश दिया है.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, बिहार के कार्यालय के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के पहाड़ी इलाकों से मतदान केंद्रों को मैदानी इलाकों में लाया जाएगा. कैमूर के अघौरा पहाड़ स्थित कुछ मतदान केंद्रों को मैदानी इलाकों में आवासीय क्षेत्रों में लाने पर विचार किया जा रहा है. इस प्रकार नवादा, गया, औरंगाबाद व जमुई के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से भी बूथों को स्थानांतरित किया जा सकता है.
सूत्रों के अनुसार मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने नक्सल प्रभावित जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे इस संबंध में अपना प्रस्ताव राज्य कार्यालय को उपलब्ध कराएं. जिलों में प्रस्ताव तैयार करने के पूर्व जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी व अनुमंडल विकास पदाधिकारियों से रिपोर्ट तलब की जाएगी. फिर इसकी समीक्षा होगी. इसके बाद विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ बैठक कर उनकी सहमति ली जाएगी. इसके बाद इसे चुनाव आयोग को उपलब्ध कराया जाएगा.