नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार के गठन के बाद पहली बार पीएम मोदी बिहार दौरे पर आ रहे है. इस दौरान करीब डेढ़ साल बाद मोदी और नीतीश एक मंच पर नजर आएंगे. इससे पहले साल जुलाई 2022 में बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह में दोनों ने मंच साझा किया था. और अब एक बार फिर मंच पर साथ दिखेंगे. आपको बता दें आज पीएम मोदी बिहार के दौरे पर आ रहे हैं. आपको बता दें 29 जनवरी को नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में एनडीए की सरकार का गठन हुआ था. सीएम नीतीश के साथ 8 मंत्रियों ने शपथ ली थी. जिसमें दो डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा हैं.
इस दौरान औरंगाबाद और बेगूसराय में 21 हजार करोड़ से ज्यादा की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. इस मौके पर राज्यपाल राजेन्द्र प्रसाद आर्लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, राजकुमार सिंह, अश्विनी वैष्णव, गजेन्द्र सिंह शेखावत, नित्यानंद राय, वीके सिंह,अश्विनी चौबे के अलावा सूबे के दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा और कैबिनेट मंत्री प्रेम कुमार भी मौजूद रहेंगे.
ऐसा पहली बार होगा, जब 5 दिनों के भीतर पीएम मोदी दो बार बिहार के दौरे पर आएंगे. आज औरंगाबाद-बेगूसराय और फिर 6 मार्च को बेतिया के दौरे पर रहेंगे. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बड़ी सौगात देंगे. औरंगाबाद के डीएम श्रीकांत शास्त्री ने बताया कि 21 हजार करोड़ से ज्यादा की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास होगा.
मुख्य रूप से तीन विभागों की योजनाएं ली गई हैं जिसमें रेलवे, जल शक्ति मंत्रालय और एनएचएआई शामिल है. वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेस वे का शिलान्यास भी यहां से होना है. इसी तरह आमस-दरभंगा एक्सप्रेस वे और कई अन्य कल्याणकारी योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास होगा.
वहीं बेगूसराय में आज 9,512 करोड़ रूपये से बने हिन्दुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड यानी बरौनी खाद कारखाना का भी लोकार्पण करेंगे. हर्ल की बरौनी यूनिट से अमोनिया का उत्पादन 2022 में 8 अक्टूबर से तथा यूरिया का उत्पादन 18 अक्टूबर से शुरू हुआ है. हिन्दुस्तान उर्वरक रयासन लिमिटेड (हर्ल) की बरौनी यूनिट से शत प्रतिशत क्षमता के अनुरूप अमोनिया तथा यूरिया का उत्पादन हो रहा है. आईओसीएल, एनटीपीसी, कोल इंडिया, एफआईसीएल तथा एचएफसीएल का संयुक्त उपक्रम हिन्दुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड (हर्ल) की बरौनी यूनिट से अब तक तकरीबन 12 लाख मीट्रिक टन यूरिया का उत्पादन हो रहा है.
इस कारखाना से उत्पादित यूरिया न केवल बिहार बल्कि उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, असम, उड़ीसा, मणिपुर, त्रिपुरा, मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ में भी यूरिया की जरूरतों को पूरा कर रहा है. खुद के इस्तेमाल से सरप्लस हुए करीब दो हजार टन अमोनिया की दूसरे औद्योगिक प्रतिष्ठानों को सप्लाई हो चुकी है