अब आम लोग भी बन सकते हैं ख़ास, अपने चेहरे और नाम से निकलवा सकते है डाक टिकट

समस्तीपुर : यहाँ के सरायरंजन प्रखंड के नरघोघी स्थित महंथ राम रक्षा उच्च विद्यालय में समस्तीपुर डाक प्रमंडल के मार्केटिंग एक्सक्यूटिव सह जनसम्पर्क निरीक्षक शैलेश कुमार सिंह के द्वारा स्कूली बच्चों को डाक विभाग की नवीनतम ´दीन दयाल स्पर्श योजना, ´माई स्टाम्प´, सुकन्या समृद्धि योजना, डाक जीवन बीमा समेत अन्य ढेर सारी लाभकारी योजनाओं और सेवा की जानकारी दी गयी. जहाँ अपने संबोधन उन्होंने बच्चों को बताया कि ´दीन दयाल स्पर्श योजना´ की शुरुआत संचार मंत्री मनोज सिन्हा के द्वारा शुरू की गई है. जिसके अंतर्गत कक्षा 06 से कक्षा 09 तक के वैसे छात्रों का चयन कर छात्रवृति प्रदान की जाएगी जो डाक-टिकट संग्रहण में रुचि रखते है और स्कूली शिक्षा के वार्षिक परिणाम में भी प्राप्तांक 60% और उससे ज्यादा लाते हैं.

उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा परिमंडल स्तर पर उक्त चारों कक्षाओं के 10-10 बच्चों का चयन मेंटरों की मदद से की जायेगी और चयनित बच्चों को 500/- रुपये प्रति माह की दर से त्रैमासिक 1500/- रुपये छात्रवृति के रूप में कुल 6000/- रुपये वार्षिक भुगतान डाकघर के ´इंडिया पोस्ट बैंक´ या कोर बैंकिंग सिस्टम से जुड़े डाकघर के खाते के माध्यम से किया जाएगा. जिसके लिए संबंधित छात्रों को एक संयुक्त खाता खोलना होगा और इसके लिए सर्वप्रथम डाकघर में फिलाटेलिक खातें खोलना परम आवश्यक है.

उन्होंने बताया कि ग्लोबल मार्केटिंग और प्रतिस्पर्धा की दौर में डाक विभाग अपने विशालतम नेटवर्क,विश्वसनीय साख और झोपड़ियों तक कि पहुंच के साथ सीमित संसाधनों का प्रयोग कर नित्य नई-नई आकर्षक जनहितकारी सेवाएँ शुरू कर रहा है, जिसकी अगली कड़ी में समस्तीपुर प्रधान डाकघर के द्वारा हाल में शुरू की गयी ´माई स्टाम्प´ योजना के अंतर्गत कोई भी आम व्यक्ति अपना खुद का डाक-टिकट बनवा सकता है. इन्होंने कहा कि देश के नौनिहालों के साथ-साथ अन्य लोगों का पत्र-लेखन के प्रति आकर्षण बनाये रखने की दिशा में ´माई-स्टाम्प´ योजना ´मील का पत्थर´ साबित होगा.  

इसके साथ ही उन्होंने बताया कि विशेष ब्यक्ति या अवसर पर अब तक जारी होने वाला भारतीय डाक-टिकट अब पुराने चेहरे से अलग नई रूप-रेखा में ढलता नज़र आएगा और इस उद्देश्य से ´माई स्टाम्प´ योजना आम लोगों की पहचान बन सकता है. देश का कोई भी आम व्यक्ति इस ´माई स्टाम्प´ योजना अंतर्गत अपने चेहरे तथा नाम से डाक टिकट निकलवा सकता है,जिसका उपयोग डाक विभाग के माध्यम से भेजे जानेवाले साधारण पत्रों वाले लिफाफे,निबंधित पत्रों तथा स्पीड पोस्ट, डाक टिकट संग्रहण के साथ-साथ जन्मदिन,शादी जैसे अन्य सुखद पलों को यादगार बनाने या भेंट स्वरूप देने के लिए किया जा सकता है.

समस्तीपुर प्रधान डाकघर से शुरू की गई इस नवीनतम योजना संबंधित विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि ´माई स्टाम्प´ योजना का लाभ लेने हेतु ग्राहक डाक विभाग के निर्दिष्ट प्रारूप में अपना नाम,पता,मोबाइल नंबर,ईमेल,पहचान पत्र की प्रति, एक पासपोर्ट आकार का खुद का फोटो के साथ 5/- रूपये मूल्य वर्ग के 12 डाक-टिकटों के प्रति सेट के लिए 300/- रू०(न्यूनतम) की दर से शुल्क जमाकर अपने चेहरे का डाक टिकट निकलवा सकते हैं. यह टिकट 2 टिकटों का जुड़ा हुआ स्वरूप व 2 भागों में होगा,जिसके पहले भाग पर जहाँ टिकट छपवाने वाले ब्यक्ति का फोटो और नाम होगा तो दूसरे भाग पर भारतीय फूल डॉलिया,लिली, ताज महल, ग्रीटिंग्स आदि के परंपरागत प्रतीक की आकृति के साथ 5/- रू० मूल्य वर्ग भी अंकित रहेगा तथा टिकट के दोनों भाग को अलग-अलग इस्तेमाल करने पर विभाग द्वारा इसकी मान्यता रद्द कर दी जाएगी यानी इन दोनों भाग का अलग-अलग इस्तेमाल सर्वथा वर्जित है और टिकट का मूल्य बेकार चला जायेगा,इसलिए टिकट का आपस मे जुड़ा होना आवश्यक होगा.

शैलश सिंह के अनुसार ´माई स्टाम्प´ संबंधित किसी भी जानकारी हेतु सीधे तौर पर जनसम्पर्क निरीक्षक से डाकघर के किसी भी कार्य-दिवस को संपर्क किया जा सकता है. वहीँ मौके पर प्रभारी प्रधानाध्यापक अभिराम झा,दीपक कु० सिंह,जितेंद्र कुमार,चंदन कुमार भट्ट,नितेश कुमार त्रियार, अरुण कुमार,शिवलाल प्रसाद समेत हज़ारों बच्चे-बच्चियाँ उपस्थित रहे.




Web Title : NOW ORDINARY PEOPLE CAN ALSO BECOME SPECIAL, NIKALAVA YOUR FACE AND NAME STAMPS