झारखण्ड : प्याज एक बार फिर रुलाने लगा है. राजधानी रांची में खुदरा बाजार में प्याज की कीमत 100 से 110 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है. जुलाई में 12 रुपए किलो बिकने वाला प्याज चार महीने में करीब 10 गुना तक महंगा हो गया है. लगातार बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के तमाम प्रयास विफल हो गए हैं. लोगो को सस्ते दर पर प्याज मुहैया कराने की सरकारी योजना भी आदर्श चुनाव आचार संहिता की भेंट चढ़ गई. प्याज कारोबारियों की मानें तो अभी 25 दिन तक बढ़ती कीमत से राहत की उम्मीद कम है. पंडरा बाजार के थोक प्याज विक्रेता मदन प्रसाद ने कहा कि रांची में नासिक से रोजाना करीब 15 ट्रक प्याज आता था. अब यह संख्या घटकर दो-तीन ट्रक पर रह गया. लोकल प्याज भी बाजार में नहीं के बराबर है. के पास भी प्याज का स्टॉक नहीं के बराबर है.
उधर, धनबाद में प्याज ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिया. धनबाद में खुदरा मंडी में पहली बार प्याज 100 के पार पहुंच गया. वहीं खुदरा बाजार में यह 100 से 120 रुपए प्रति किलो बिका. इसी तरह जमशेदपुर में भी मंगलवार को थोक में 100 से 110 रुपए और खुदरा बाजार में 120 रुपए की दर से प्याज की बिक्री हुई.
नासिक की लासलगांव प्याज मंडी के प्याज निर्यातक नितिन जैन ने कहा-आमतौर पर प्याज की नई फसल नवंबर तक मंडियो में पहुंच जाती थी. लेकिन इस साल बेमोसमी बारिश से फसल खराब हो गई. अब नया प्याज इस महीने के अंत तक ही पहुंचने की उम्मीद है.
महाराष्ट्र के सोलापुर में सोमवार को प्याज 1500 रुपए प्रति क्विंटल यानी 150 रुपए प्रति किग्रा बिका. नासिक में मंगलवार को 14,100 रुपए प्रति क्विंटल प्याज बिका.