मुख्यमंत्री ने की ट्रैफिक व्यवस्था और स्वच्छता मुद्दे पर बैठक, कहा पुलिस इंचार्ज और ट्रैफिक पुलिस को बनाएं जिम्मेवार

रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि ट्रैफिक सिस्टम सुधारने के लिए प्लानिंग करके काम करने की जरूरत है. जो भी योजना बनाएं, उसे कड़ाई से लागू भी कराएं. जनभागीदारी अधिक से अधिक कराएं, तभी हम शहर को गंदगी मुक्त और जाम मुक्त बना पाएंगें. चेकिंग के दौरान जो बड़े लोगों को धौंस दिखाये, उनका वाहन नंबर, नाम और मोबाइल नंबर नोट करें. घर पर सीधे चालान भेजें. प्रमुख चैक-चौराहों पर ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर (एएनपीआर) सिस्टम लगाएं, ताकि कानून तोड़ने वाले का वाहन नंबर खुद से आ जाये.  

दुकानदारों, ऑटो व इ-रिक्शा चालकों के साथ अलग-अलग बैठक करें. सभी को समझाएं की यह अपना शहर है, इसे स्वच्छ और जाम मुक्त बनाने में उनकी अहम भूमिका है. सीएम झारखंड मंत्रालय में राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था और स्वच्छता को मुद्दे पर गुरुवार को बैठक कर रहे थे.

सीएम ने कहा कि दुकान के बाहर एक भी समान नहीं रखा होना चाहिए. दुकान के बाहर जो समान रखता है, उन्हें पहले चेतावनी दें. फिर भी नहीं माने, तो कानूनी कार्रवाई करें. इसी प्रकार ऑटो व इ-रिक्शा चालकों को बुलाकर समझाएं कि जहां-तहां न रोके और लगाएं. इसके बाद भी नहीं माने, तो वाहन को सीज कर लें.

इसी के समानांतर उस क्षेत्र के पुलिस इंचार्ज और ट्रैफिक पुलिस को जिम्मेवार बनाएं. उनके क्षेत्र में सड़क पर दुकान का समान रहे या जहां-तहां वाहन ऑटो-इ-रिक्शा लगें हों, तो उन्हें सीधे बर्खास्त किया जायेगा. जो अच्छा काम करें, उन्हें पुरस्कृत करें.

राजधानी के सभी चौक-चौराहों को खाली रखें. वहां न तो ठेले-खोमचे लगें और न ही कोई वाहन रुके. इससे भी ट्रैफिक स्मूथ होगा. किशोरी सिंह यादव चैक, कांटाटोली चैक, लालपुर चैक समेत शहर के सभी प्रमुख चौक-चौराहों पर ऑटो आदि रूकने पर वहां तैनात ट्रैफिककर्मी दोषी होगा. उस पर कड़ी कार्रवाई करें.

मुख्यमंत्री ने कहा कि जान बहुत कीमती है. दोपहिया वाहनों की सड़क दुर्घटना में आये दिन बच्चों की मौत की खबर आती रहती है. मौत से पूरा परिवार उजड़ जाता है. बच्चे जोश में बिना हेलमेट तेज वाहन चलाते हैं. कई बार वे अपने साथ दूसरे लोगों को भी चोट पहुंचा देते हैं.

दोपहिया वाहनों पर हेलमेट पहनना कड़ाई से लागू करें. रिंग रोड व हाइवे पर भी बिना हेलमेट कोई दोपहिया वाहन न चले. रिंग रोड व हाइवे पर दिन में भी लोग वाहनों की हेडलाइट जलाकर चलें. सीट बेल्ट भी जरूरी करें. इससे दुर्घटनाओं में मानव जीवन को बचाया जा सकेगा. पुलिसकर्मियों के लिए नियम और कड़ाई से लागू हो. यदि ये बिना हेलमेट वाहन चलाएं या कानून तोड़ते हैं, तो उन्हें फाइन करने के साथ साथ कानूनी कार्रवाई भी करें.

रांची रेलवे स्टेशन रोड़ पर ट्रैफिक कम करने के लिए डोरंडा तरफ से एक सड़क स्टेशन तक जोड़ने का निर्देश दिया. इससे उस क्षेत्र के लोगों को घूम कर स्टेशन नहीं आना पड़ेगा और मुख्य सड़क पर दबाव भी कम होगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि सफाई के लिए भी दुकानदारों, ठेले-खोमचे वालों को जागरूक करें. दुकानदारों को डस्टबिन लगाने और कुड़ा कचरा उसी में डालने की हिदायत दें. ठेले-खोमचेवालों को भी निश्चित स्थान पर कचरा डालने का निर्देश दें. नहीं माने तो सभी पर कानूनी कार्रवाई करें. मोरहाबादी, कचहरी रोड आदि पर लगानेवाले सब्जी बाजार को भी सड़क से हटाकर दूसरे स्थान पर लगवायें. शहर में ऑटो व इ-रिक्शा पड़ाव के लिए एक सप्ताह में प्लानिंग तैयार कर लाने को कहा.

बैठक में नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, अपर मुख्य सचिव अमित खरे, रांची के उपायुक्त मनोज कुमार, एसएसपी कुलदीप द्विवेदी, नगर आयुक्त शांतनु अग्रहरि, ट्रैफिक एसपी संजय रंजन समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे.



Web Title : CHIEF MINISTER OF THE MEETING ON TRAFFIC SYSTEM AND HYGIENE ISSUES, SAID CREATE POLICE CHARGE AND TRAFFIC POLICE RESPONSIBLE