रांची : झारखंड विधानसभा की 17वीं सालगिरह बुधवार को मनाई गई. विधानसभा में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि 2022 से पहले राज्य सरकार ऐसा झारखंड बनाएगी जहां कोई बेघर- बेरोजगार नहीं रहेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति को मूल्यों से जोड़ना चाहिए, वोट बैंक से नहीं. चुनाव के दौरान सभी विचारधाराओं में प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए. लेकिन चुनाव समाप्त होते ही राज्य और देश हित में विचारधारा को पीछे छोड़ते हुए विकास कार्य में सभी को सहयोग करना चाहिए. राजनीति मात्र सत्ता का खेल नहीं है. यह स्वस्थ परंपराएं डालने का अवसर है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति में तो प्रतिस्पर्धा रहेगी, लेकिन एक मर्यादा जरूरी है. एक लक्ष्मण रेखा होनी चाहिए. सदन की मर्यादा लांघनी नहीं चाहिए. इस लक्ष्मण रेखा का अगर उल्लंघन किया जायेगा और हर प्रश्न को वोट से जोड़ा जायेगा, हर समस्या पर विचार अगर चुनाव में लाभ-हानि की दृष्टि से किया जायेगा, तो कहीं ऐसा न हो सारे पुरखों के बलिदान पर पानी फिर जाये. लोकतंत्र में चुनाव दुश्मनी के लिए नहीं प्रतिस्पर्धा के लिए होते हैं. सत्ता सेवा का माध्यम है और विरोध बेहतरी के लिए किया जाना चाहिए. राज्य के शहीदों को प्रणाम करते हुए उन्होंने कहा कि पूरी सरकार और राज्य की सवा तीन करोड़ जनता शहीदों के परिजनों के साथ हैं.
रघुवर दास ने कहा कि झारखंड गठन के बाद से अब तक राज्य की अपनी विधानसभा नहीं है. शुरू से ही मेरे मन में यह कसक थी. अब जब हमें मौका मिला, तो हमने अपनी विधानसभा के निर्माण का निर्णय लिया. नयी विधानसभा की नींव 12 जून 2015 को रखी जा चुकी है. इसका निर्माण तेजी से चल रहा है. 2019 का बजट सत्र नयी विधानसभा में ही होगा. उन्होंने उत्कृष्ट विधायक का सम्मान प्राप्त करने के लिए विमला प्रधान को हार्दिक बधाई दी.
कार्यक्रम में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि झारखण्ड राज्य का सृजन जिस उद्देश्य एवं लक्ष्य को लेकर किया गया था इस लक्ष्य को हमें हर हाल में प्राप्त करना है. सभी के चेहरे पर मुस्कान लाना है तथा एक समृद्ध एवं सशक्त झारखण्ड बनाना है.
कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव, संसदीय कार्य मंत्री सरयू राय ने भी अपने विचार व्यक्त किया. इससे पहले बिरसा मुंडा उत्कृष्ट विधायक के रूप में चुनी गयीं विधायक बिमला प्रधान को सम्मानित किया गया. इनके साथ ही देश की सीमाओं पर प्राणों की आहुति देनेवाले शहीद जवानों के परिजनों, विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन काम करनेवाले लोगों, टाना भगतों को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.