सूखे से निपटने के लिए झारखंड सरकार का प्लान, 10 जिलों में सिंचाई क्षमता बढ़ाने का हो रहा काम

झारखंड के कृषि योग्य खेतों तक पानी पहुंचाने के लक्ष्य को लेकर झारखंड सरकार का जल संसाधन विभाग तेजी से काम कर रहा है. विभाग ने उत्तरी छोटानागपुर, संथाल परगना, कोल्हान और पलामू प्रमंडल के 10 जिलों पर विशेष फोकस किया है. इन जिलों में हजारीबाग, देवघर, साहिबगंज, गोड्डा, जामताड़ा, दुमका, पलामू, लातेहार, गढ़वा, सरायकेला-खरसावां शामिल हैं. इन जिलों में विभाग 11 ऐसी सिंचाई परियोजना पर काम कर रहा है, जिसके पूरे होने से इन जिलों के 2,47,166 हेक्टेयर (2. 47 लाख हेक्टेयर) तक कृषि योग्य भूमि को सिंचित कर पाएगा. सभी परियोजना पर काम अभी चालू है.

संथाल परगना प्रमंडल में देवघर प्रखंड के पुनासी गांव में पुनासी जलाशय परियोजना पर काम चल रहा है. परियोजना पर अभी तक 746. 86 करोड़ रुपए खर्च हो चुका है. जिले के बरहेट प्रखंड के पेटखासा गांव में बन रही साहिबगंज की गुमानी बैराज परियोजना में अभी तक 188. 98 करोड़ रुपए खर्च हो चुके है. योजना का शीर्ष कार्य पूरा हो चुका है. केवल एफलक्स बांध निर्माण करने की आवश्यकता है, जिसके लिए भू-अर्जन की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है. वहीं, बटेश्वर स्थान गंगा पंप नहर योजना एक अंतरराज्यीय परियोजना है जिसका शीर्ष कार्य बिहार में है. झारखंड में मुख्य नहर का लगभग 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. जबकि देवघर जिले में बुढ़ई जलाशय परियोजना बन रही है और दुमका में मिसलिया रानीश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजना का निर्माण होना है. सिकटिया मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना देवघर एवं जामताड़ा जिले के सारठ, करों, विद्यासागर एवं जामताड़ा प्रखंड में प्रस्तावित है.

पलामू प्रमंडल

अमानत बराज परियोजना: पांकी प्रखंड में निर्माणाधीन इस परियोजना में अभी तक 325. 40 करोड़ रुपए की राशि खर्च हो चुकी है. इस योजना के पूरे होने से 26,990 हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई सुविधा दी जा सकेगी.

शहीद नीलाम्बर-पीताम्बर उत्तरी कोयल जलाशय परियोजना: जिले के मंडल गांव में निर्माणाधीन इस परियोजना के शेष कार्य को केंद्र सरकार के जल संसाधन मंत्रालय से पूरा करने के लिए इकरारनामा हो चुका है. योजना की लागत अब 3199. 83 करोड़ रुपए हो चुकी है. योजना के पूरे होने से सूखाग्रस्त पलामू तथा गढ़वा जिले में 22,104 हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो पाएगी.

सोन कनहर पाइप लाइन परियोजना: राज्य के सुखाड़ग्रस्त गढ़वा जिले में यह परियोजना स्वीकृत है. योजना में अभी तक 861. 63 करोड़ रुपए खर्च हो चुका है. परियोजना के पूरे होने से जिले के 15 प्रखंडों में 22,000 हेक्टेयर कृषि भूमि सिंचित हो पाएगी.

उत्तरी छोटानागपुर

हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ प्रखंड के बनासो गांव के समीप कोनार सिंचाई परियोजना पर काम चल रहा है. योजना में अभी तक 511. 49 करोड़ रुपए खर्च हो चुके है. योजना के पूरी होने पर हजारीबाग सहित गिरिडीह, बोकारो के विष्णुगढ़, बगोदर, डुमरी, नावाडीह प्रखंडों के कुल 62,955 हेक्टेयर सिंचाई क्षमता का विकास होगा.

कोल्हान प्रमंडल

भीमखांड माइक्रो लिफ्ट सिंचाई परियोजना: सरायकेला-खरसावां जिले के खरकई बैराज के दांयी तरफ के कमांड क्षेत्र के दक्षिणी भूभाग में राजनगर प्रखंड में सिंचाई क्षमता देने के लिए इस परियोजना का निर्माण कराया जाना है. परियोजना के लिए 76. 65 करोड़ रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है. योजना के पूरे होने से प्रखंड के 1000 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो पाएगी.


Web Title : JHARKHAND GOVERNMENT PLANS TO INCREASE IRRIGATION CAPACITY IN 10 DISTRICTS TO TACKLE DROUGHT

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