रांची : जेल एडमिनिस्ट्रेशन अभी तय नहीं कर पाया है कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद को क्या काम दिया जाए. वहीं लालू से दो घंटे पहले ही लालू की सेवा के लिए उनका रसोईया लक्ष्मण कुमार और सेवक मदन यादव अपने खिलाफ केस दर्ज करवाकर जेल पहुंच गए. जेल जाने के लिए इन दोनों को ही इसलिए चुना गया, क्योंकि ये दोनों रांची के ही रहनेवाले हैं अौर लालू के विश्वासपात्रों में खास हैं. यह कोई पहली बार नहीं है जब जेल में लालू की सेवा के लिए उनके सेवक पहुंचे हों. पिछली बार भी होटवार में जब लालू बंद हुए थे, तो मदन उनकी सेवा के लिए जेल पहुंच गया था. बता दें कि 6 जनवरी को लालू को साढ़े तीन साल की जेल और 10 लाख जुर्माने की सजा हुई थी.
- 23 दिसंबर 2017 को जब सीबीआई कोर्ट में सुनवाई के दौरान लालू को जेल भेजने का अंदेशा बना, तो उनके चाहने वालों ने आनन-फानन में मदन और लक्ष्मण को जेल पहुंचा कर उनकी सेवा करने का रास्ता तैयार कर दिया. दोनों के खिलाफ लोअर बाजार थाने में धारा 341, 323, 504, 379, 34 के तहत केस दर्ज किया गया है. दोनों का पता गंगा खटाल, हिनू साकेत नगर बताया गया है.
- मदन और लक्ष्मण के जेल जाने के लिए एक फर्जी मारपीट का मामला गढ़ा गया. मदन ने पड़ोसी सुमित यादव को इसके लिए तैयार किया. उसने मदन और लक्ष्मण पर मारपीट कर 10 हजार रुपए लूटने का आरोप लगाते हुए डोरंडा थाने में शिकायत की. डोरंडा टीआई आबिद खान को शक हुआ और उन्होंने एेसे हल्के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजने से इनकार कर दिया. फिर तीनों लोअर बाजार थाने पहुंचे.
- सुमित यादव की थाने में दी गई शिकायत के मुताबिक, बकाए पैसे की मांग करने पर मदन और लक्ष्मण ने सुमित के साथ मारपीट व गाली-गलौज की और पॉकेट में रखे 10 हजार रुपए निकाल लिए.
- शिकायत मिलते ही थाने में एफआईआर दर्ज हुई और पहले से तैयार वकील ने थाने की कॉपी निकाल आनन-फानन में सीजेएम कोर्ट में मदन-लक्ष्मण को सरेंडर करवा दिया. उस दिन लालू करीब 4. 30 बजे जेल पहुंचे. जबकि, उनके बाद दोनों आरोपी 2. 30 बजे ही जेल पहुंच गए थे.
- सोमवार कोे जेल में लालू को कोई काम नहीं मिला. जेलर सुमन कुमार का कहना है कि एक-दो दिन में उनकी दिलचस्पी के मुताबिक काम दे दिया जाएगा.
- फिलहाल फाइल निपटाने और उसे कम्प्यूटर में अपडेट करने का काम चल रहा है. लालू को रोजाना 91 रुपए के हिसाब से मजदूरी मिलेगी. उन्हें जेल के बगीचे में पानी देने का काम मिल सकता है.
- लालू प्रसाद से मिलने सोमवार को कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय समेत तीन लोग पहुंचे. सुबोधकांत ने लालू से उनकी सेहत की जानकारी ली. दोनों के बीच 15 मिनट से ज्यादा बातें हुईं. उनके अलावा लालू से बिहार के दो नेता चंदन यादव और रणविजय भी मिले.
- लालू सोमवार सुबह से ही जेल कैम्पस में शांत दिखाई दिए, लेकिन बहन गंगोत्री देवी की मौत से वे परेशान थे. वे अपने वार्ड से ज्यादा बाहर भी नहीं निकले.