टूरिस्ट बस से दुमका के रास्ते हो रही थी मवेशी की तस्करी

दुमका : अविभाजित बिहार के सबसे बड़ा घोटाले की सुनवाई आज भी जारी है. लोगों को आज भी याद है कि कैसे स्कूटर और मोटरसाइकिल पर पशुओं की ढुलाई के नाम पर पशुपालन विभाग को करोड़ों रुपये का चूना लगाकर करीब एक हजार करोड़ रुपये का चारा घोटाला किया गया. फर्जी कागजात के आधार पर दुमका कोषागार से तीन करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की गयी थी. तब कागजों पर मवेशी की ढुलाई की गयी थी, लेकिन 90 के दशक में जो पटकथा लिखी गयी थी, वह अब हकीकत में सामने आने लगी है. हालांकि, यह घोटाला नहीं है. यह मामला तस्करी का है, दुमका जिले में एक टूरिस्ट बस को जब्त किया गया है, जिसमें मवेशी ले जाये जा रहे थे. शिकारीपाड़ा प्रखंड के बालीजोर गांव में इस टूरिस्ट बस में लदे मवेशियों को जब्त कर लिया गया है. जब्त मवेशियों में आधा दर्जन मवेशी की मौत हो गयी है.  

बताया जाता है कि इस बस में 50 मवेशी लदे थे, जिन्हें बंगाल  ले जाया जा रहा था. रास्ते में बस खराब हो गयी और करवाई से बचने के लिए टूरिस्ट बस को मुख्य पथ से हटाकर बालीजोर के पास लगा दिया गया. स्थानीय लोगों की शिकायत के आधार पर पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई की और बस एवं मवेशियों को जब्त कर लिया.

Web Title : TRAFFICKING OF ANIMALS THROUGH TOURIST BUS IN DUMKA