मुंबई : साल 2019 खत्म होने को है. इस साल शेयर बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला. पहली बार सेंसेक्स ने 41 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार किया तो वहीं निफ्टी 12 हजार 200 के पार तक पहुंच गया.
हालांकि इस साल सेंसेक्स और निफ्टी में 17 साल की सबसे बड़ी गिरावट भी देखी गई. इस उतार-चढ़ाव के माहौल में भी कुछ ऐसे शेयर रहे जिन्होंने उम्मीद से बढ़कर रिटर्न दिया. आज हम आपको साल के सबसे चर्चित शेयर के बारे में बता रहे हैं, जिनमें पैसा लागने वालों को छप्पर फाड़ रिटर्न मिला है.
इस साल मण्णापुरम फाइनेंस के शेयर ने 90 फीसदी से अधिक 93. 6 फीसदी का रिटर्न दिया है. साल शुरू होने से पहले शेयर भाव 88 रुपये पर था जो दिसंबर में 175 रुपये के पार पहुंच गया. वर्तमान में कंपनी का मार्केट कैप 14,884. 09 करोड़ रुपये है.
इस साल केमिकल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी पीआई इंडस्ट्रीज के शेयर ने 83. 3 फीसदी तक का रिटर्न दिया है. इसी महीने की 6 तारीख को पीआई इंडस्ट्रीज का शेयर 1529. 95 रुपये के भाव पर पहुंच गया. यह 52 हफ्ते का हाई लेवल है. कंपनी के मार्केट कैप की बात करें तो 20,372. 31 करोड़ रुपये है. बता दें कि साल शुरू होने से पहले पीआई इंडस्ट्रीज का शेयर भाव 815 रुपये के स्तर पर था.
इस साल प्रॉपर्टी डेवलपमेंट कंपनी प्रेस्टीज ग्रुप के शेयर ने करीब 75 फीसदी तक की बढ़त दर्ज की है. मतलब ये कि निवेशकों को 75 फीसदी तक का मुनाफा हुआ है. इस साल शेयर भाव 230 रुपये से 360 रुपये के स्तर तक पहुंच गया है. वर्तमान में कंपनी का मार्केट कैप 13,106. 25 करोड़ रुपये है.
नेचुरल गैस डिस्ट्रिब्यूटर गुजरात गैस के शेयर में इस साल करीब 70 फीसदी तक का रिटर्न मिला. साल शुरू होने से पहले शेयर भाव 135 रुपये के स्तर पर था जो अब 230 रुपये पर पहुंच गया है. गुजरात गैस का मार्केट कैप 15,574. 83 करोड़ रुपये है.
बलरामपुर चीनी मिल्स कंपनी के शेयर ने 68 फीसदी तक का रिटर्न दिया है. इसका शेयर भाव साल शुरू होने से पहले 104 रुपये के स्तर पर था जो अब 173 रुपये के भाव तक पहुंच गया है. इसका मार्केट कैप 3,866. 50 करोड़ रुपये है.
नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी बजाज फाइनेंस में इस साल 55 फीसदी तक की तेजी रही. कंपनी का शेयर 2641 रुपये के भाव से बढ़कर 12 दिसंबर को 4050 रुपये से ज्यादा पर पहुंच गया. वहीं टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल इस साल लॉर्जकैप सेग्मेंट में दूसरी टॉप गेनर रही है. इस साल अबतक एयरटेल ने 53 फीसदी रिटर्न दिया है. इस साल शेयर का भाव 287 रुपये से बढ़कर 440 रुपये तक पहुंच गया है. जबकि ICICI बैंक ने इस साल अबतक 50 फीसदी रिटर्न दिया है. शेयर का भाव इस साल 360 रुपये से बढ़कर 535 रुपये के भाव से अधिक पहुंच गया.
साल 2019 में शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव की कई वजह रही. बाजार को अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर ने प्रभावित किया. ट्रेड वार की खबरों का असर ये हुआ कि दुनियाभर के निवेशकों ने इक्विटी से निवेश निकालकर सेफ माने जाने वाले एसेट क्लास गोल्ड में निवेश किया. लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर कयास और बाद में स्थिर सरकार बनने के दौरान बाजार में उथल-पुथल जारी रहा. मई के अंत में मोदी सरकार के दोबारा सत्ता में वापसी के बाद शेयर बाजार नई ऊंचाइयों पर पहुंचा. हालांकि आम बजट में सरकार द्वारा विदेशी निवेशकों के लिए गए सख्त फैसलों से भी निराशा का माहौल रहा. इस वजह से जुलाई में सेंसेक्स और निफ्टी ने 17 साल की बड़ी गिरावट देखी.
वहीं सुस्ती की वजह से ऑटो सेक्टर और सरकार के एडजेस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) की मांग की वजह से टेलिकॉम इंडस्ट्री के शेयरों में हलचल रही. सितंबर और अक्टूबर के दौरान सरकार की ओर से इकोनॉमी की सुस्ती दूर करने के लिए कई बार बूस्टर डोज दिया गया. इसमें मुख्यतौर पर कॉरपोरेट टैक्स कटौती शामिल है. इस ऐलान के बाद सेंसेक्स ने किसी एक दिन में 2000 अंक से अधिक तेजी दर्ज की.
इस साल सबसे अधिक चर्चा- यस बैंक, जेट एयरवेज, इंडियाबुल्स हाउसिंग और बीपीसीएल के शेयर की रही. अलग-अलग वजहों से नुकसान झेल रहे यस बैंक का शेयर भाव 30 रुपये से भी नीचे आ गया. वहीं कर्ज से जूझ रहे जेट एयरवेज ने भी शेयर बाजार में अपना सबसे बुरा दौर देखा. फ्रॉड के आरोपों की वजह से इंडियाबुल्स हाउसिंग के शेयर धड़ाम हुए तो भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड यानी बीपीसीएल के विलय का असर भी कंपनी के शेयर पर दिखा.
साल की दूसरी तिमाही में कैफे कॉफी डे के मालिक वीजी सिद्धार्थ के पहले लापता और फिर मौत की खबर की वजह से कॉफी एंटरप्राइजेज के शेयर में हलचल रही. इन्फोसिस के मैनेजमेंट पर खुलासों ने भी खूब सुर्खियां बटोरीं और देश की दिग्गज आईटी कंपनी के शेयर में उतार-चढ़ाव दिखा. वहीं तेजी वाले शेयरों में रिलायंस इंडस्ट्रीज की सबसे अधिक चर्चा रही. एनुअल मीटिंग के अलावा अन्य वजहों से रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर ने 52 हफ्ते का हाई लेवल टच किया तो वहीं 10 लाख करोड़ का मार्केट कैप भी हासिल हुआ.