नशे की दवाओं पर प्रशासन की कार्यवाही, बसंत मेडिकल ने बिना बिल की बेची दवायें, जांच कर रहा औषधि विभाग

बालाघाट. बालाघाट में युवाओं में तेजी से नशे का चलन बढ़ चला है खासकर दवाओं के नशे में इन दिनों युवा पीढ़ी गिरफ्त में आ चुकी है, ऐसी ही कुछ दवाओं को नशे के लिए प्रतिबंधित किया है. जिसका विक्रय केवल और केवल चिकित्सीय परीक्षण पर्चे पर दवा के लिखे जाने के बाद ही दुकानदार को विक्रय करना है और यदि वह ऐसा नहीं करता है तो वह ड्रग नियमांे का उल्लंघन कर रहा है. ऐसे ही उन दुकानो मंे प्रशासन नशीली दवाओं के विक्रय की जांच कर रहा है, जिन्होंने होलसेल स्टॉकिस्ट के माध्यम से इन दवाओं का क्रय किया है. जहां दवाआंे के विक्रय को लेकर कलेक्टर दीपक आर्य के निर्र्देश के बाद औषधि विभाग दवा दुकानों की जांच कर रहा है. इसी जांच के सिलसिले में गत दिवस मुख्य चिकित्सा अधिकारी और ड्रग अधिकारी ने वारासिवनी के बसंत मेडिकल में जांच की तो वह होलसेल विक्रेता से नशे के लिए प्रयुक्त की जाने वाली कोडिन ड्रग की पांच बोतलें कम दिखी. जिसके विक्रय को लेकर दुकानदार के पास कोई जानकारी नहीं थी.

ड्रग अधिकारी शरद जैन की मानें तो इन दवाओं के विक्रय के दौरान कागजी दस्तावेज रखे जाने जरूरी है चूंकि यह दवा नशे में उपयोग की जाती है, जिसे बिना चिकित्सीय प्रीसक्रिपसन के नहीं देना है और इसके बिल को भी रखा जाना है, लेकिन ऐसे कोई दस्तावेज बसंत मेडिकल के संचालक के पास नहीं थे. जिनके खिलाफ कार्यवाही की जा रही है और मामले को प्रक्रिया अनुसार पंजीबद्व कर जांच की जायेगी और यदि दोषी पाये जाते है तो नोटिस और लायसेंस निलंबित करने की कार्यवाही की जायेगी.

ड्रग अधिकारी शरद जैन ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश पर नशे की दवा एल्प्राजोलम, कोडिन, कंपोस दवाओ का लेकर नगर के होलसेल विक्रेता से उनके द्वारा विक्रय किये गये इन प्रोडक्ट को लेकर जानकारी ली गई है. जिसमें जिले के कुछ दुकानदारों द्वारा इसके विक्रय का काम किया जा रहा है, उनके यहां उनके स्टॉक और विक्रय की जांच की जा रही है.   इसी निरीक्षण कार्यवाही के दौरान बसंत मेडिकल स्टोर्स वारासिवनी की जांच की गई है. जिसमें पांच कोडिन की बोतले कम मिली है. जिसके विक्रय को लेकर कोई जानकारी दुकान संचालक के पास नहीं मिली है. जिस पर नियमों के तहत कार्यवाही की जायेगी.


Web Title : ADMINISTRATION PROCEEDINGS ON DRUGS, NON BILLED DRUGS BY VASANT MEDICAL, DRUG DEPARTMENT INVESTIGATING