पोषण ट्रेकर ऐप के खिलाफ लामबंद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, रैली निकालकर सीएम और महिला एवं बाल विकास के प्रमुख सचिव के नाम सौंपा ज्ञापन

बालाघाट. महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर पोषण ट्रेकर ऐप में एंट्री के लिए दबाव बनाया जा रहा है, चूंकि यह ऐप अंग्रेजी में होने के कारण अधिकांश कम साक्षर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दिक्कत जा रही है, वहीं कई आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के पास एंड्राइड फोन नहीं होने और रिचार्ज की उपलब्धता ज्यादा नहीं होने के कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिससे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं हो रही परेशानी के बाद मध्यप्रदेश बुलंद आवाज नारी शक्ति आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संगठन ने इसके खिलाफ मोर्चा खोलते हुए 31 दिसंबर को रैली निकाली और पोषण ट्रेकर ऐप को क्रियान्वित किये जाने बनाये जा रहे दबाव का विरोध किया. इस दौरान जिले भर से पहुंची बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित थी.

संगठन प्रदेश महासचिव एवं जिलाध्यक्ष योगिता कावड़े ने कहा कि संगठन द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में पोषण-ट्रेकर ऐप को लेकर याचिका दायर की गई है, जिसमें माननीय न्यायालय में विभाग के सरकारी वकील द्वारा कहा गया है कि हमारा कोई आदेश एवं दबाव नहीं है, कार्यकर्ताओं के लिए हमने कोई आदेश जारी नहीं किये है, जिसमें आगामी सुनवाई 17 जनवरी को होना है, जिसकी जानकारी संगठन द्वारा भोपाल संचालनालय और जिला अधिकारियों को दी जा चुकी है, बावजूद इसके पोषण ट्रेकर ऐप में एंट्री के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर विभाग द्वारा दबाव बनाया जा रहा है. जबकि यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है, इसके बाद यदि माननीय न्यायालय का जो भी निर्देश होगा वह मान्य होगा.  

जिलाध्यक्ष योगिता कावड़े ने कहा कि इसके बाद भी यदि विभाग पोषण ट्रेकर ऐप में हमसे काम करवाना चाहता है तो हम तैयार है, बशर्ते विभाग हमें मेाबाईल के लिए राशि,सीम, नेट डाटा उपलब्ध करवाये. जब तक यह सुविधा हमें प्रदान नहीं की जायेगी, हम पोषण ट्रेकर ऐप पर इंट्री नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि पोषण ट्रेकर ऐप अंग्रेजी में है और अधिकांश कार्यकर्ताओं को अंग्रेजी का अच्छा ज्ञान नहीं है, ऐसी स्थिति में उनके लिए यह पोषण ट्रेकर ऐप चलाना संभव नहीं है, हमारी मांग है कि हमे सुविधा प्रदान की जायें और उसकी भाषा बदली जायें अन्यथा दबाव में वह काम करने तैयार नहीं है, फिर भी दबाव बनाया जाता है तो जिले में आंगनबाड़ी को बंद कर कार्यकर्तायें सड़क पर आकर आंदोलन के लिए बाध्य होगी.


Web Title : ANGANWADI WORKERS RALLIED AGAINST POSHAN TREKKER APP, TOOK OUT RALLY AND SUBMITTED MEMORANDUM TO CM AND PRINCIPAL SECRETARY, WOMEN AND CHILD DEVELOPMENT