बालाघाट. इंदौर के सांवेर में पार्टी पदाधिकारियो के साथ संवाद के दौरान मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के कथित ऑडियो वायरल के बाद कांग्रेस आक्रामक हो गई है. आज 12 जून को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय में कांग्रेस ने महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर भाजपा सरकार को भंग करने की मांग करते हुए भाजपा पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया है.
अपने ज्ञापन में कांग्रेस ने कहा कि 2018 में मध्य प्रदेश की आम जनता द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव के माध्यम से मध्यप्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनाई थी, किंतु जैसे ही देश में 2019 में भारतीय जनता पार्टी की नरेंद्र मोदी सरकार बनाई गई, तभी से जिन-जिन प्रदेशों में गैर भारतीय जनता पार्टी की सरकार है उन सरकारों को अस्त-व्यस्त करने की साजिश की गई. मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार को गिराने की साजिश लगातार की जा रही थी. जिसकी शिकायत पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ कांग्रेस के कई नेताओं ने महामहिम राष्ट्रपति को की थी और अंततः मार्च में भाजपा ने विधायकों को खरीद फरोख्त कर कर मध्यप्रदेश में कमलनाथ की कांग्रेस सरकार को गिरा दिया.
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार को केंद्र सरकार के ईशारे पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा षडयंत्र पूर्वक गिराने का काम किया गया. जिसकी पुष्टि इंदौर के सांवेर मैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी के वायरल हो रहे ऑडियो वीडियो से हो रही है. जिसमें उन्होंने कहा है कि केंद्र की सरकार के इशारों पर मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिराई गई.
कांग्रेस ने ज्ञापन के माध्यम से कहा कि भाजपा ने लोकतंत्र का गला घांेट कर विधायकों की खरीद-फरोख्त कर कर उन्हें डरा कर धमाका कर प्रदेश में बैठी गैर भारतीय जनता पार्टी की सरकारों को अस्थिर करने का काम केंद्र में बैठी सरकार कर रही हैं. जिसे देखते हुए तत्काल केंद्र और मध्य प्रदेश में बैठी शिवराज सिंह की सरकार को भंग कर पुनः देश में एवं प्रदेशों में चुनाव कराया जाये.
इस दौरान कांग्रेस नेता रहीम खान ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के कथित ऑडियो वायरल में की गई स्वीकारोक्ति को निंदनीय बताते हुए कहा कि मामले की पूरी निष्पक्ष जांच की जाये और सरकार को इनके खिलाफ अपराधिक मामला पंजीबद्व किया जायें. कांग्रेस नेता प्रदेश सचिव अनूपसिंह बैस ने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई प्रदेश सरकार को षडयंत्र पूर्वक हटाने का काम भाजपा ने किया है. जिसे महाभियोग लगाकर सरकार को बर्खास्त करें और प्रदेश में फिर चुनाव कराये जायें. शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष श्याम पंजवानी ने कहा कि मध्यप्रदेश में 15 सालों तक राज करने वाली भाजपा को प्रदेश की जनता ने उखाड़ फेंककर, प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाई थी, लेकिन सत्ता से बेदखल होना, भाजपा को रास नहीं आ रहा था और इसी के चलते शुरूआती दिनों से ही भाजपा, प्रदेश की कमलनाथ सरकार को गिराने में जुटी रही और अलोकतांत्रिक तरीके से विधायकों की खरीद-फरोख्त कर कांग्रेस की जनहितैषी कमलनाथ सरकार को षडयंत्र पूर्वक गिरा दिया. ंजिसको लेकर इंदौर सांवेर में हुए पार्टी पदाधिकारी की बैठक में इस बात को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने स्वयं स्वीकार किया है. जिसके बाद अब ऐसी सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है. जिससे तत्काल भंग कर प्रदेश में पुनः आम चुनाव कराये जाने चाहिये. इस दौरान कांग्रेस नेता, पार्षद और कार्यकर्ता मौजूद थे.
कांग्रेस में दो जिलाध्यक्ष!
आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर जिला मुख्यालय में शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के कथित ऑडियो वायरल को लेकर सरकार को भंग करने जो ज्ञापन सौंपा गया है. उसमें कांग्रेस कमेटी बालाघाट के एक नहीं, दो जिला अध्यक्षों का नाम देखकर लगा एक बारगी संशय की स्थिति बन गई. शहर कांग्रेस कमेटी के लेटरपेड पर जिला कांग्रेस कमेटी के दो अध्यक्षों के नाम को लेकर जब मीडिया ने कांग्रेसियों के संज्ञान में यह बात लाई तो वह भी इसे हंसकर टाल गये. किसी ने कहा कि यह भविष्य के अध्यक्ष है तो किसी ने कहा कि टाईपिंग मिस्टेक हो गई है. ज्ञापन के अंतिम पंक्ति में जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विश्वेश्वर भगत के अलावा रहीम खान के पद के नीचे भी जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष लिखा था. जो परिहास का विषय बन गया.