राशि दोगुना मामले की ईडी करेगी जांच?, कौन अच्छा कहेगा ऐसे काम को-गौरीशंकर बिसेन, भाजपा जिलाध्यक्ष की जेल में सोमेन्द्र से मुलाकात की चर्चा

बालाघाट. बीते 8 सालों से जिले के लांजी क्षेत्र के बोलेगांव से निकलकर किरनापुर क्षेेत्र तक फैले राशि के दोेगुना मामले में पुलिस की कार्यवाही के बाद चर्चाओें का बाजार गर्म है. सोमेन्द्र कंकरायने द्वारा शुरू राशि दोगुने के कार्य की देखादेखी हेमराज आमाडारे और अजय तिड़के द्वारा, दिनो और महिनो में राशि दोगुना करने के खेल में पुलिस दबिश के बाद सत्य और असत्य के मायने बदल गये है. जहां चिटफंड के काम को जनता और जनप्रतिनिधि गलत बताने से नहीं थकते थे, वहीं सोमेन्द्र कंकरायने के मामले में वही उसी गलत को सत्य बताने में लगे है.  

मामले में पुलिस कार्यवाही के बाद जितने मुंह, उतनी बाते सुनाई दे रही है, राजनीति में अपराध करके भी कथि राजनीतिक सुरमा भी इस मामले में अपनी राय देने लगे है कि आरोपियों के साथ क्या किया जाना चाहिये था और क्या किया जायें.  

अब तक समाचार पत्रो और चैनलो में सोेमेन्द्र कंकरायने के कार्यो को आंख बंदकर देख रहे अखबार नवीसो ने एक कॉलम तक खबर नहीं छापी, वहीं आज वह पूरा पेज का पेज, पुलिस कार्यवाही केे बाद अपनी राय व्यक्त करने में लगे है. त्वरित और दमदार लेखनी की कलम पुलिस कार्यवाही के बाद कहीं खो गई है.  

क्योंकि सूत्रों का कहना है कि गलत को गलत और सही को सही बताने वाले ना केवल अखबार और चैनलों के लोगों का इसमें पैसा लगा है बल्कि अपराधोे पर अंकुश लगाने वाले पुलिसकर्मियों, विद्यार्थियांे का भविष्य बनाने वाले शिक्षकों के साथ ही किसान और मध्यमवर्गीय लोगों ने इसमें जमकर निवेश किया है, जो पुलिस कार्यवाही के बाद से मौन और चितिंत है, हालांकि इन सबको विश्वास है कि एक दिन राशि दोगुना करने वाले कथित जनता के मसीहा, बाहर आयेंगे और उन्हंे उनकी राशि दोगुना करके देंगे.  

वहीं पुलिस कार्यवाही के बाद जहां इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित किये जाने की बात सामने आ रही है, वहीं यह भी चर्चा जोरो पर है कि पुलिस और जिला प्रशासन, इस मामले को भारत सरकार की जांच एजेंसी ईडी (प्रवर्तन निदेशालय या आर्थिक प्रवर्तन महानिदेशालय) को सौंप सकती है. चूंकि इस मामले में जानकारों की मानें तो पुलिस की जांच सीमित है, जबकि ईडी को ऐसी जांच में पूरे अधिकार है. फिलहाल यह केवल चर्चा में है.

तो दूसरी तरफ भाजपा के महाकौशल के बड़े नेता, पूर्व मंत्री, जिले केे कद्दावर नेता ओबीसी आयोग अध्यक्ष ने इस मामले पर पूछे गये सवाल के जवाब में कहा कि कोई भी ऐसा काम को सही नहीं सकता है अर्थात उन्होंने सोमेन्द्र कंकरायने के काम को अवैधानिक और गलत बताते हुए कहा कि इस मामले में पुलिस ने कड़े कदम उठाये है और इसमें अब कार्यवाही का इंतजार है. उन्होंने कहा कि जब पुलिस ने 10 करोड़ की बरामदगी की होगी तो निश्चित ही पुलिस के पास इसको लेकर प्रमाणित साक्ष्य होंगे. उन्होंने कहा कि किसी भी चिटफंड का हाल ऐसा ही होता है, जैसे सोमेन्द कंकरायने एंड टीम का हुआ है. उन्होंने भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश भटेरे के राशि दोगुना करने के आरोपी सोमेन्द्र कंकरायने से मिलने जेल जाने के सवाल पर कहा कि किसी से मिलना कोई अपराध नहीं है. हालांकि इस मामले में भाजपा और अध्यक्ष पर उठ रहे सवालों को लेकर उन्होंने कहा कि लोग क्या कहते है यह उनका विषय नहीं है.

वहीं राशि दोगुना करने के आरोपी सोमेन्द्र कंकरायने एंड टीम के जेल जातेे ही उनसे भाजपा जिलाध्यक्ष के जेल में मिलने पहुंचने की चर्चा जोरो पर है, साथ ही इसको लेकर भी सवाल खड़े हो रहे है. बताया जाता है कि गत 18 मई को जब माननीय न्यायालय ने आरोपी सोमेन्द कंकरायने को जेल भेजा तो शाम को उनसे मिलने भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश भटेरे पहंुचे थे. ऐसी चर्चाओें का बाजार गर्म है, जहां उन्होंने सोमेन्द्र कंकरायने से मुलाकात कर चर्चा करने की बात कही जा रही है. हालांकि चर्चा में क्या बात हुई, यह सामने नहीं आ सका है. लेकिन सूत्रों का मानना है कि शाम 6 बजेे जेल पहंुचे थे. हालांकि वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष के राशि दोगुना करने के आरोपी सोमेन्द्र कंकरायने के जेल जाते ही उनसे मिलने जाने को लेकर विपक्षी कांग्रेस और लोगों ने सवाल खड़े किये है, लेकिन यह भी सत्य है कि लांजी क्षेत्र में सोमेन्द्र कंकरायने, आरोपी के तौर पर नहीं बल्कि सेलिब्रेटी और मसीहा के रूप में पहचाना जा रहा है. जिससे माना जा रहा है कि उसकी नजदीकी ही आगामी विधानसभा के आम चुनाव में लांजी के होने वाले प्रत्याशियों का भाग्य बना सकती है तो बिगाड़ भी सकती है.


Web Title : ED TO INVESTIGATE DOUBLE THE AMOUNT CASE?, WHO WOULD SAY GOOD IF SUCH WORK CO GAURISHANKAR BISEN, BJP CORPORATOR DISCUSSES MEETING WITH SOMENDRA IN JAIL